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स्टार्टअप की सफलता और उनको लेकर युवाओं का क्रेज सरकारों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | स्टार्टअप की सफलता और उनको लेकर युवाओं का क्रेज सरकारों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है. केंद्र सरकार स्टार्टअप (startups ) को पहले ही अपनी नीतियों में अहम जगह दे चुके हैं और अब राज्य सरकारें इसे लेकर अग्रणी भूमिका में आने की तैयारी कर रही हैं. केरल (Kerala ) सरकार ने अगले 5 साल में 15 हजार स्टार्टअप औप 2 लाख नौकरियों का लक्ष्य रखा है. केंद्र सरकार की तरह ही केरल सरकार भी केरल स्टार्टअप मिशन (KSUM) चला रही है. इसके साथ ही केरल सरकार ने पहले फिनटेक एक्सीलेटर और फिनिशिंग स्कूल खोलने का भी ऐलाम किया. राज्य सरकार के मुताबिक इस पहल से युवाओं को अपने आइडिये को अगले स्तर तक ले जाने में मदद मिलेगी. राज्य के मुख्यमंत्री ने जानकारी दी की इस दिशा में आगे बढ़ते हुए केरल स्टार्टअप मिशन ने गूगल के साथ समझौता किया है.
क्या है केरल सरकार की योजना
मुख्यमंत्री विजयन ने जानकारी दी कि स्टार्टअप के लिये सरकार कोच्चि फैसिलिटी की तर्ज पर राज्य की राजधानी में इमर्जिंग टेक्नोलॉजी हब भी स्थापित करने जा रही है. उन्होने कहा कि स्टार्टअप देश का भविष्य हैं और केरल उन्हें सही वातावरण देने के लिये प्रतिबद्ध है. राज्य के स्टार्टअप साल 2015 से 3200 करोड़ रुपये का इक्विटी इनवेस्टमेंट जुटा चुके हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि कोच्चि में टेक्नोलॉजी इनोवेशन जोन के साथ साथ सरकार तिरुवनंतपुरम में उभरती हुई तकनीकों पर जोर देने के लिये ऐसा ही कैम्पस स्थापित करने की योजना बना रही है.मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि "यह देखते हुए कि भारत 55,000 से अधिक स्टार्टअप के साथ दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप इको सिस्टम में से एक है, सरकार इस राष्ट्रीय स्टार्टअप इको सिस्टम के पूर्ण विकास में प्रत्येक राज्य के योगदान के महत्व को समझती है. स्टार्टअप इंडिया रैंकिंग में केरल स्टार्टअप पर्यावरण के लिए शीर्ष भारतीय राज्यों में से एक है "
निवेशकों का भरोसा जीत रहे भारतीय स्टार्टअप
भारतीय स्टार्टअप कंपनियों ने वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के दौरान सात अरब डॉलर से अधिक की धनराशि जुटाई है. यह राशि इससे पिछले तिमाही की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है. नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नैसकॉम) और प्रैक्सिस ग्लोबल की रिपोर्ट के अनुसार कैलेंडर वर्ष 2021 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में वित्तीय प्रौद्योगिकी और खुदरा तकनीक क्षेत्र की कंपनियों ने सबसे अधिक धन जुटाया है. रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों क्षेत्रों की स्टार्टअप कंपनियों ने इस अवधि के दौरान कुल वित्तपोषण का 46 प्रतिशत जुटाया है. रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में भारतीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में 14 नई यूनिकॉर्न जोड़ी गईं. एक अरब डॉलर से अधिक के मूल्यांकन वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है.
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