रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने 5G नेटवर्क उपलब्ध कराने के मामले बाकी टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले में बढ़त हासिल कर ली है। बता दें कि जियो (Jio) 700 मेगाहर्टज बैंड स्पेक्ट्रम खरीदने वाला अकेला ऑपरेटर बन गया है। 5G के लिए बेहतरीन माने जाने वाले इस बैंड पर सभी ऑपरेटर्स की नज़र थी। लेकिन जियो ने इस प्रीमियम 700 मेगाहर्ट्ज बैंड को अपने नाम करके 5G की दौड़ में शुरूआती बढ़त हासिल कर ली है।
काफी फेमस है 700 मेगाहर्टज बैंड
दुनिया भर में 700 मेगाहर्ट्ज बैंड को 5जी के लिए प्रमुख बैंड की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां तक कि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने इसे 5जी सर्विस के लिए प्रीमियम बैंड घोषित किया हुआ है। दुनिया भर में इस बैंड के लोकप्रिय होने की कई वजह हैं।
घनी आबादी में मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
टेलीकॉम सेक्टर पर नजर रखने वाले रोहन धमीजा, 700 मेगाहर्टज की लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह इसकी बेहतरी इनडोर व आउटडोर कवरेज को मानते हैं। लो फ्रीक्वेंसी बैंड होने के कारण इसके सिगनल इमारतों के कहीं भीतर तक प्रवेश कर सकते हैं यानी इनडोर कवेरज के मामले में यह लाजवाब है। इसलिए 700 मेगाहर्ट्ज बैंड को घनी आबादी के क्षेत्रों और भारी डेटा खपत वाले इलाकों के लिए आदर्श माना जाता है।
मिलेगी शानदार इनडोर और आउटडोर कनेक्टिविटी
दूसरी वजह है इसकी लॉन्ग आउटडोर कवरेज। 700 मेगाहर्ट्ज बैंड का टावर करीब 10 किलोमीटर तक कवरेज दे सकता है। इसकी कवरेज के कारण ऑपरेटर को कम टावर लगाने पड़ते हैं, ऑपरेटिंग कॉस्ट कम आती है। इसलिए कीमती होने के बावजूद यह बैंड किफायती 5जी सेवाओं के लिए मुफीद है।
दूर-दराज इलाकों में मिलेगा कनेक्टिविटी
भारत जैसे देश में जहां अभी भी बड़ी संख्या गांवों में रहती है वहां 700 मेगाहर्ट्ज बैंड की विशाल कवरेज, ग्रामीण भारत को कनेक्ट करने में मदद कर सकती है। यानी 5G केवल शहरों तक ही सीमित नहीं रहेगी। गांवों में भी इसका फायदा पहुचना निश्चित है। संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी 700 मेगाहर्ट्ज बैंड को, दूर-दराज के ग्रामीण और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करने वाला बताया था।
क्यों बेहतर है 700MHz सपोर्ट
तीसरी और सबसे महत्वपूर्ण है डेटा ट्रैफिक हैंडलिंग में इसकी महारत। यह बैंड स्टैंडअलोन 5G नेटवर्क को सपोर्ट करता है।