जेट एयरवेज ने नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल को सौंपा रिवाइवल प्लान
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| मुंबई, संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज (Jet Airways) के रिजॉल्यूशन प्रफेशनल ने कर्जदाताओं की समिति द्वारा मंजूर किया गया रिवाइवल प्लान नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) को सौंप दिया है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी है। अगर एनसीएलटी इसे मंजूरी देती है तो मुरारी लाल जालान और Florian Fritsch का कंसोर्टियम एयरलाइन को रिवाइव करने के लिए उसमें निवेश कर सकते हैं। इस कंसोर्टियम ने बिड जीती थी।
18 अक्टूबर को जेट एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड के कर्जदाता बैंकों ने ब्रिटेन के Kalrock Capital और यूएई के उद्यमी मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम की बिड को स्वीकार कर लिया था। जेट एयरवेज की उड़ानें 18 अप्रैल 2019 से बंद हैं। अभी विभिन्न क्रेडिटर्स का जेट एयरवेज पर 25000 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। इनमें वित्तीय कर्जदाताओं का 8,000 करोड़ रुपया शामिल है। हालांकि उन्हें अपना बकाए का मामूली हिस्सा ही मिलने की उम्मीद है।
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नए मालिक की चुनौतियां
जेट एयरवेज के लिए दो कंसोर्टियम से बोलियां मिली थीं। इसमें दूसरी बोली हरियाणा के फ्लाइट सिमुलेशन टेक्नीक सेंटर, मुंबई की बिग चार्टर और अबु धाबी की इम्पीरियल कैपिटल इनवेस्टमेंट्स एलएलसी की थी। जेट एयरवेज के नए मालिकों को इस एयरलाइन को पटरी पर लाने की लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इसमें भारी कर्ज, कर्मचारियों, हवाई अड्डों, ग्राउंड हैंडलर् और दूसरे कई लोगों का बकाया शामिल है।