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सीबीआई ने सुब्रमण्यम से पिछले हफ्ते चार दिन तक पूछताछ की थी. उसके बाद उसे कल रात 11 बजे चेन्नई से गिरफ्तार किया गया
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। NSE Scam : एनएसई केस में सीबीआई (CBI) को बड़ी कामयाबी मिली है. जांच एजेंसी ने एनएसई की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं CEO चित्रा रामकृष्ण के फैसलों को प्रभावित करने वाले हिमालय वाले 'योगी' बाबा की पहचान कर ली है. सीबीआई को यह कामयाबी कड़ी मशक्कत के बाद मिली है.
योगी ने ही आनंद सुब्रमण्यम के फैसलों को प्रभावित किया
सीबीआई के सूत्रों का दावा है कि एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर (GOO) आनंद सुब्रमण्यम ही हिमालय के योगी के तौर पर चित्रा रामकृष्ण के फैसलों को प्रभावित करता था. वहीं ई-मेल के जरिये चित्रा रामकृष्ण से बात करता था. सेबी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि योगी के प्रभाव में आकर ही रामकृष्ण ने सुब्रमण्यम की विवादास्पद नियुक्ति का फैसला लिया था.
सुब्रमण्यम ने ही क्रिएट किया मेल आईडी
सीबीआई सूत्रों यह भी दावा है कि जांच एजेंसी के पास इस बात के पुख्ता सुबूत मौजूद हैं कि कथित योगी की मेल आईडी [email protected] को भी सुब्रमण्यम ने ही क्रिएट किया था. आपको बता दें चित्रा रामकृष्ण ने एनएसई की पर्सनल मेल आईडी [email protected] से कथित योगी की मेल आईडी [email protected] पर एनएसई की गोपनीय जानकारी साझा की थी. यह जानकारी 2013 से 2016 के बीच शेयर की गई थी.
चेन्नई से किया गया गिरफ्तार
सीबीआई सूत्रों का दावा है कि गोपनीय जानकारी से जुड़े कुछ मेल आनंद सुब्रमण्यम की दूसरी मेल आईडी पर भी शेयर किए गए थे. इन ई-मेल के स्क्रीन शॉट सुब्रमण्यम की मेल आईडी से रिकवर किए गए हैं. सीबीआई ने सुब्रमण्यम से पिछले हफ्ते चार दिन तक पूछताछ की थी. उसके बाद उसे कल रात 11 बजे चेन्नई से गिरफ्तार किया गया.
जांच में सहयोग नहीं किया
सूत्रों ने बताया कि सुब्रमण्यम जांच में सहयोग नहीं कर रहा था. वह पूछताछ में गुमराह करने वाले जवाब दे रहा था. आपको बता दें सुब्रमण्यम को 2013 में चीफ स्ट्रेटजिक एडवाइज के पद पर नियुक्त किया गया था. बाद में उसे प्रमोट करके 2015 में ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर बना दिया गया. 2016 में आरोपों से घिरने के बाद उसने रिजाइन कर दिया था.
सेबी की रिपोर्ट के अनुसार 2013 में एनएसई में नियुक्ति से पहले वह एक कंपनी में मामूली कर्मचारी था, जहां उसकी सैलरी करीब 14 लाख रुपये थी. 2013 में उसकी नियुक्ति 1.38 करोड़ रुपये के पैकेज पर की गई. 2016 तक उसका पैकेज बढ़ाकर 4.31 करोड़ रुपये कर दिया गया.
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