भारत स्मार्टफोन का बड़ा मार्केट है। लेकिन इस साल की दूसरी तिमाही में स्मार्टफोन की शिपमेंट में गिरावट दर्ज की गई है, जिसका मतलब है कि स्मार्टफोन की बिक्री कम हो रही है। अगर आकड़े की बात करें तो दूसरी तिमाही में शिपमेंट में 3 करोड़ 64 लाख यूनिट की गिरावट रही, जो पिछली तिमाही से 5 फीसदी कम है। हालांकि इस गिरावट के बाद भी शाओमी (Xiaomi) का जलवा बरकरार है।
Xiaomi बना भारत का नंबर-1 स्मार्टफोन ब्रांड
चीनी स्मार्टफोन कंपनी शाओमी (Xiaomi) 70 लाख स्मार्टफोन शिपमेंट के साथ नंबर-1 की पोजिशन पर बरकरार है। शाओमी के बाद सैमसंग का दूसरा स्थान है। सैमसंग ने दूसरी तिमाही में 67 लाख स्मार्टफोन का शिपमेंट किया। वहीं तीसरे स्थान पर रियलमी (Realme) का कब्जा है। रियलमी ने 61 लाख स्मार्टफोन यूनिट्स की शिपमेंट किया है। जबकि वीवो 60 लाख स्मार्टफोन के साथ चौथे स्थान पर है। ओप्पो 55 लाख स्मार्टफोन के साथ पांचवे पायदान पर है।
टॉप-5 स्मार्टफोन ब्रांड (दूसरी तिमाही 2022)
Xiaomi - 70 लाख यूनिट
Samsung - 67 लाख यूनिट
Realme - 61 लाख यूनिट
Vivo - 60 लाख यूनिट
Oppo - 55 लाख यूनिट
चीनी कंपनियों को व्यापार में हो रही भारत में दिक्कत
मार्केट रिसर्चर संयम चौरसिया ने कहा कि टॉप चीनी ब्रांड जैसे Xiaomi, vivo और OPPO, सरकारी जांच के साथ-साथ वित्तीय समस्याओं से जूझ रहे थे। लेकिन व्यापार प्रभाव सीमित रहा, विक्रेता शेयरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ।
ऐपल आईफोन को भारत में मिल रही कारोबारी साहूलियत
एप्पल आईफोन 13 (Apple iPhone 13) को घरेलू स्तर पर बनाया जा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में स्मार्टफोन को सस्ती कीमत में पेश किया जा सकता है। ऐपल आईफोन ब्रांड को भारत सरकार की तरफ से परफॉर्मेंस-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना का फायदा मिल रहा है। भारत मजबूत चैनल सहयोग का लाभ उठाना चाह रहा है क्योंकि स्मार्टफोन इन्वेंट्री खतरनाक रूप से उच्च हो रही है।