
टू व्हीलर सेल्स: पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में टू व्हीलर्स की बिक्री में भारी गिरावट आई है। यह सात साल का निचला स्तर दर्ज किया है। मुख्य रूप से कृषि में उपयोग किए जाने वाले ट्रैक्टरों की बिक्री में वृद्धि धीमी हो गई है। वाहन बिक्री के आंकड़े बताते हैं कि बढ़ती महंगाई का असर ग्रामीण इलाकों पर खासा पड़ा है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने कहा कि दोपहिया वाहनों की बिक्री अभी भी 2019-20 के स्तर से नीचे है।
ट्रैक्टरों को छोड़कर यात्री वाहनों की बिक्री में मार्च और पिछले वित्त वर्ष में दोहरे अंकों में वृद्धि दर्ज की गई। मार्च में 14 फीसदी और पूरे साल में 21 फीसदी की ग्रोथ रही। मार्च में दो पहिया वाहनों की बिक्री में 12 प्रतिशत, तिपहिया वाहनों की 69 प्रतिशत, कारों की 14 प्रतिशत और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले महीने ट्रैक्टर की बिक्री महज चार फीसदी बढ़ी थी। फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में दोपहिया वाहनों की मार्च बिक्री में नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2021-22 की तुलना में हीरो मोटो कॉर्प की दोपहिया वाहनों की बिक्री 34.35 प्रतिशत से घटकर 32.07 प्रतिशत रह गई। उल्लेखनीय है कि होंडा मोटरसाइकिल, टीवीएस मोटरसाइकिल और स्कूटर की बिक्री में भी काफी इजाफा हुआ है।
