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जबकि 35 प्रतिशत शेयर खुदरा निवेशकों के लिए रखे गए हैं।
अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन और क्लाउड सेवा एवं डेटा सेंटर फर्म ईएसडीएस सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की मंजूरी दे दी है। इन दोनों कंपनियों ने अगस्त-सितंबर के दौरान भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से आईपीओ लाने के लिए मंजूरी मांगी थी।
सेबी की वेबसाइट के मुताबिक, बाजार नियामक का निष्कर्ष पत्र स्टरलाइट पावर को दो दिसंबर को मिला जबकि ईएसडीएस को यह पत्र तीन दिसंबर को प्राप्त हुआ। इसके साथ ही दोनों कंपनियों के लिए आईपीओ लाने का रास्ता साफ हो गया है। स्टरलाइट पावर का आईपीओ के जरिये 1,250 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। वहीं ईएसडीएस के आरंभिक निर्गम का आकार करीब 1,200 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
इसके अलावा डिजिटल मैपिंग करने वाली कंपनी MapmyIndia ने 9 दिसंबर को शुरू होने वाले अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए 1,000-1,033 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया है। कंपनी का 1,040 करोड़ रुपये का आईपीओ 9 दिसंबर को खुलेगा और 13 दिसंबर को बंद होगा। हालांकि एंकर निवेशकों के लिए बोली की प्रक्रिया 8 दिसंबर को होगी।
आईपीओ में कंपनी अपने प्रवर्तकों एवं मौजूदा शेयरधारकों के पास स्थित 10,063,945 शेयरों की ही पेशकश करेगी। रश्मि वर्मा के पास 42.51 लाख शेयर, Qualcomm Asia Pacific के पास 27.01 लाख शेयर और Zenrin Company के पास 13.7 लाख शेयर हैं। बाकी 17.41 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री अन्य शेयरधारकों की तरफ से की जाएगी।
फिलहाल इस कंपनी में प्रवर्तक रश्मि वर्मा की हिस्सेदारी 35.88 फीसदी और राकेश कुमार वर्मा की हिस्सेदारी 28.65 फीसदी है। सार्वजनिक निर्गम में अगर शेयरों की बिक्री ऊपरी मूल्य दायरे पर होती है तो 1,039.6 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है। निर्गम में आधे शेयरों को पात्र संस्थागत निवेशकों , 15 प्रतिशत शेयरों को गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है जबकि 35 प्रतिशत शेयर खुदरा निवेशकों के लिए रखे गए हैं।
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