iPhones और बाकी प्रोडक्ट्स पर भी हुआ असर, iPad Pro की डिलिवरी में हुई देरी, वजह पूछने पर कही ये बात
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कई स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां इस समय प्रोडक्शन, डिलिवरी और रेवेन्यू, तीनों से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रही हैं. इन समस्याओं के पीछे का कारण ग्लोबल चिप शॉर्टेज को बताया जा रहा है और इसका लेटेस्ट शिकार है Apple कंपनी. iPhones के साथ-साथ एप्पल के कई प्रोडक्ट्स पर इसका असर पड़ रहा है लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव iPad Pro जैसे उन प्रोडक्ट्स पर पड़ा है जो एप्पल की लेटेस्ट M1 Chip पर चलते हैं.
एप्पल कर रहा है ग्लोबल चिप शॉर्टेज का सामना
एप्पल, इस इंडस्ट्री के सबसे बड़े नामों में से एक होने के बाद भी इस शॉर्टेज का सामना कर रहा है. कई सारे एप्पल अधिकारियों का यह कहना है कि इस चिप शॉर्टेज से Mac Computers और iPad Tablets के प्रोडक्शन पर तो असर पड़ चुका है, अब अगला नंबर iPhones का है. उनके हिसाब से 2021 के अंत तक में iPhone के प्रोडक्शन पर भी इस ग्लोबल चिप शॉर्टेज का असर पड़ेगा.
क्या है यह ग्लोबल चिप शॉर्टेज
कोविड महामारी ने काफी इंडस्ट्रीज को नुकसान पहुंचाया है और मोबाईल इंडस्ट्री भी इस लिस्ट में शामिल हैं. कोरोना के चलते आज पूरे विश्व में चिप्स की कमी देखी जा रही है जिसने स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के प्रोडक्शन और डिलिवरी, दोनों पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है.
कस्टमर्स को भी भुगतना पड़ रहा है
प्रोडक्शन पर इसके असर की दिक्कत तो एप्पल कंपनी की है लेकिन ग्राहकों को भी इस ग्लोबल चिप शॉर्टेज की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. iPhone 11 और iPhone 12 के कुछ मॉडल्स की डिलिवरी में इसी चिप शॉर्टेज के कारण देरी हो गई है और अब आने वाले कई हफ्तों तक एप्पल इन iPhones को उनके खरीदारों के पास नहीं पहुंचा पाएगा. ग्लोबल चिप शॉर्टेज के साथ iPhone 13 के लॉन्च को भी इस देरी के लिए जिम्मेदार समझा जा रहा है.
iPad Pro नहीं किया जा रहा है डिलिवर
एप्पल के सीईओ टिम कुक का कहना है कि वैसे तो उनकी कंपनी ने कई प्रोडक्ट्स पर इस ग्लोबल चिप शॉर्टेज का असर हुआ है लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव iPad Pro जैसे प्रोडक्ट्स पर पड़ा है जो एप्पल की लेटेस्ट M1 Chip पर चलता है. M1 Chip एप्पल का सबसे तगड़ा चिपसेट है जिसे TSMC ने 5nm प्रोसेस नोड से बनाया है.
एप्पल ने अपनी वेबसाइट पर यह जारी कर दिया है कि iPad Pro मॉडल्स की डिलिवरी के लिए ग्राहकों को 3-6 दिनों के वेटिंग टाइम का सामना करना पड़ेगा. एप्पल ने कोई कारण तो नहीं बताया है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें ऐसा M1 Chips की कमी के चलते करना पड़ रहा है.
केवल एप्पल नहीं, इस ग्लोबल चिप शॉर्टेज का सामना Samsung और Sony जैसे तमाम स्मार्टफोन ब्रांड्स को करना पड़ रहा है.