फॉक्सकॉन (Foxconn) ऐपल (Apple) के iPhone बनाने का काम करती है। यह ऐपल आईफोन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। लेकिन अब Foxconn ऐपल आईफोन बनाने के साथ ही भारत में सेमीकंडक्टर भी बनाएगी। इसके लिए Foxconn ने वेदांता (Vedanta) के साथ साझेदारी की है। बता दें कि वेदांता ऑयल और माइनिंग की दुनिया की दिग्गज कंपनी है। यह दोनों कंपनियां मिलकर भारत में सेमीकंडक्टर बनाएंगी। इसे लेकर फॉक्सकॉन और वेदांता ने एक ज्वाइंट वेंचर (JV) बनाया है।
भारत में बनेंगे सेमीकंडक्टर
दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट बनाने वाली होन हाई टेक्नोलॉजी ग्रुप (फॉक्सकॉन) ने भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए एमओयू साइन किये हैं। दोनों कंपनियों के बीच अपनी तरह का यह पहला ज्वाइंट वेंचर है। देश में सेमीकंडक्टर्स बनाने के पीएम नरेंद्र मोदी के विजन को सपोर्ट करने वाली यह पहली कंपनी होगी। वेदांता के पास ज्वाइंट वेंचर में ज्यादातर इक्विटी होगी, जबकि फॉक्सकॉन माइनॉरिटी शेयरहोल्डर होगी। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ज्वाइंट वेंचर कंपनी के चेयरमैन होंगे।
भारत बनेगा मैन्युफैक्चरिंग हब
बता दें कि पीएम मोदी सरकार ने भारत में सेमीकंडक्टर बनाने को लेकर पीएलआई स्कीम का ऐलान किया है।जिसके तहत 6 साल में 76,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके तहत 2.3 लाख करोड़ रुपए की प्रोत्साहन रकम दी जाएगी। इसमें 25% इंसेंटिव कैपिटल कंपाउंड सेमीकंडक्टर वेफर फ्रैब्रिकेशन, असेंबलिंग, टेस्टिंग, पैकेजिंग और उत्पादन के लिए लगाई जाने वाली यूनिट के पूंजी खर्च पर दिया जा सकता है।
भारत को क्या होगा फायदा
सेमीकंडक्टर सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने में काम आता है। इसका इस्तेमाल स्मार्टफोन, लैपटॉप, कार बनाने में किया जाता है। घरेलू स्तर पर सेमीकंडक्टर बनने से भारत में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होगा। साथ ही सेमीकंडक्टर की कमी और कीमत को कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी। जिससे आने वाले दिनों में इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट जैसे कार, मोबाइल समेत कई इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट की कीमत में कमी आ सकती है।