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इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश दिसंबर में दोगुना से ज्यादा
Bhumika Sahu
11 Jan 2022 3:40 AM GMT
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SIP में तेजी के कारण दिसंबर के महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश का आंकड़ा दोगुना से ज्यादा बढ़कर 25 हजार करोड़ रुपए हो गया. इस महीने मल्टी कैप फंड कैटिगरी में भी तेजी आई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इक्विटी म्यूचुअल फंड में पूंजी प्रवाह दिसंबर में दोगुना से अधिक होकर 25,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इसका कारण नियमित तौर पर निवेश की योजना यानी एसआईपी के प्रति बढ़ता रुझान और मल्टी-कैप फंड कैटिगरी में पूंजी प्रवाह का बढ़ना है. म्यूचुअल फंड कंपनियों के निकाय एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार यह लगातार 10वां महीना है जब शुद्ध रूप से मासिक प्रवाह बढ़ा है. इससे पहले, नवंबर में शुद्ध रूप से 11,615 करोड़ रुपए, अक्टूबर मे 5,215 करोड़ रुपए, सितंबर में 8,677 करोड़ रुपए और अगस्त में 8,666 करोड़ रुपए का पूंजी प्रवाह हुआ था.
आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर में शुद्ध रूप से 25,077 करोड़ रुपए का पूंजी प्रवाह हुआ जो जुलाई के बाद सर्वाधिक है. जुलाई महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड में शुद्ध रूप से 25,002 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था. इक्विटी यानी शेयर बाजार में निवेश से जुड़ी योजनाओं में शुद्ध रूप से प्रवाह मार्च, 2021 से जारी है और इस दौरान शुद्ध रूप से 1.1 लाख करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ. यह म्यूचुअल फंड की इक्विटी से जुड़ी योजनाओं के प्रति निवेशकों के सकारात्मक रुझान को दर्शाता है.
SIP का योगदान 11305 करोड़ रुपए
आंकड़ों के अनुसार, प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति दिसंबर के अंत में 37.72 लाख करोड़ रुपए रही, जो नवंबर के अंत में 37.34 लाख करोड़ रुपए थी. मासिक एसआईपी योगदान दिसंबर में 11,305 करोड़ रुपए रहा, जो नवंबर में 11,005 करोड़ रुपए था. साथ ही एसआईपी या सिप खातों की संख्या 4.78 करोड़ से बढ़कर 4.91 करोड़ पहुंच गयी.
SIP निवेश का पसंदीदा तरीका रहा है
AMFI के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एन एस वेंकटेश ने कहा, ''एसआईपी आम आदमी के लिये निरंतर निवेश और बचत के अनुशासित तरीके का पसंदीदा माध्यम रहा है. यह बढ़ते खातों की संख्या से स्पष्ट है.''
AUM में 7 लाख करोड़ का इजाफा
बता दें कि म्यूचुअल फंड कंपनियों ने वर्ष 2021 में निवेश के साधन के रूप में निवेशकों का भरोसा जीतने के साथ ही अपने प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (Asset Under Management) में सात लाख करोड़ रुपए का इजाफा किया. भारतीय कंपनियों ने 2021 में इक्विटी और कर्ज के जरिये नौ लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि जुटाई. हालांकि, ओमिक्रॉन के चलते हालात बिगड़ने की आशंका और ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी के चलते नए साल में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
म्यूचुअल फंड का AUM 38 लाख करोड़ के पार
भारत में म्यूचुअल फंड कंपनियों के संगठन AMFI के मुताबिक इस उद्योग का एयूएम 2021 में नवंबर के अंत तक 24 फीसदी बढ़कर 38.45 लाख करोड़ रुपए के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो दिसंबर 2020 में 31 लाख करोड़ रुपए था.
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