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Instagram ने सेफ्टी फीचर्स और प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध “कानूनी अधिकारों और सुरक्षा”(Legal Rights and Protections) के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए नए कैंपेन्स की घोषणा की है
Instagram ने सेफ्टी फीचर्स और प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध "कानूनी अधिकारों और सुरक्षा"(Legal Rights and Protections) के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए नए कैंपेन्स की घोषणा की है. इन कैंपेन्स में अलग-अलग तरह के क्रिएटर्स भी शामिल होंगे, जो देश भर के युवाओं की मदद करने के लिए बहुभाषी सामग्री (multilingual content) में दिखाई देंगे.
फेसबुक इंडिया के पॉलिसी प्रोग्राम हेड मधु सिरोही ने कहा, "हम अपनी कम्यूनिटी को ऑनलाइन सेफ महसूस करने के तरीके के बारे में लोकल तौर से जागरूकता पैदा करना चाहते थे. 'सेफ स्त्री' और 'माई कानून' के साथ, हम लगातार अपने सिक्योरिटी फीचर्स के बारे में जागरूकता बढ़ाकर और कानून के तहत युवाओं को उनके लिए उपलब्ध अधिकारों और सुरक्षा के बारे में नोटिफाई करके ऐसा कर रहे हैं."
क्या है 'सेफ स्त्री' कैंपेन
महिलाओं के अधिकारों और कानूनों को समझने के प्लेटफॉर्म 'युवा' के साथ पार्टनरशिप में, इंस्टाग्राम ने जेंडर स्टीरियोटाइप्स को चुनौती देने और महिलाओं के लिए एक सेफ और बेहतर ऑनलाइन स्पेस बनाने के लिए एक 'सेफ स्त्री' कैंपेन शुरू किया है. यह कैंपेन एक महीने तक चलेगा और दो हिस्सों में चलेगा.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पहले और अधिक इनक्लूसिव स्पेस बनाने के तरीकों पर क्रिएटर्सों के लिए 6-पार्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाएगा. इसके बाद यह रील्स पर एक कंटेंट सीरीज अपलोड करेगा, जो इंस्टाग्राम पर महिलाओं के लिए उपलब्ध सेफ्टी फीचर्स को उजागर करेगी.
अमृता सुरेश, पूर्णिमा रवि, अंतरा नैना रॉय मजूमदार, तान्या अपाचु, मैत्रायणी महंत और समृद्धि पाटिल सहित 6 क्रिएटर्सों के सेट द्वारा इस सीरीज में कुल 30 रील्स को अपनी ऑरिजनल भाषाओं में पोस्ट किया जाएगा. यह रिलेटेड क्रिएटर्स के इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए लाइव होगा.
'माई कानून' कैंपेन
नायका और वी द यंग के साथ पार्टनरशिप में, इंस्टाग्राम "युवा लोगों को कानूनों को सरल और समझाने" के लिए एक 'माई कानून' कैंपेन भी चलाएगा. यह यूजर्स को Instagram के सेफ्टी कंट्रोल और उनके देखभाल करने वालों को कानूनी कार्रवाई करने और जस्टिस सिस्टम के साथ बातचीत करने में मदद करेगा.
यह कैंपेन लगभग तीन महीने तक चलेगा और इसमें ऑनलाइन हिंसा, बदमाशी, उत्पीड़न, बाल यौन शोषण और कानून का उल्लंघन करने वाले बच्चों जैसे विषयों पर युवा कंटेंट मेकर्स द्वारा 50 से अधिक कंटेंट शामिल होंगे.
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