भारत का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई बढ़कर हुआ 55.3, हायरिंग 33 महीने की ऊंचाई पर
मुंबई: नये ऑर्डर और उत्पादन में धीमी, लेकिन मजबूती गति से बढ़ोतरी के बीच भारत में विनिर्माण गतिविधियां अक्टूबर में मजबूत रहीं। हालांकि, इस दौरान कीमतों का दबाव भी बना रहा। एक मासिक सर्वेक्षण में मंगलवार को यह बात कही गई। मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) सितंबर में 55.1 से बढ़कर अक्टूबर में 55.3 हो गया। अक्टूबर के पीएमआई आंकड़ों के साथ ही लगातार 16वें महीने में समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार देखने को मिला। पीएमआई की भाषा में 50 से अधिक अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाते हैं।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पोल्याना डी लीमा ने कहा, भारतीय विनिर्माण उद्योग ने अक्टूबर में फिर से लचीलापन दिखाया। कारखाने के ऑर्डर और उत्पादन में जोरदार वृद्धि हुई। सर्वेक्षण के मुताबिक भारतीय विनिर्माता अक्टूबर 2023 तक उत्पादन में बढ़ोतरी को लेकर आश्वस्त हैं। लीमा ने कहा कि विनिर्माताओं को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में मांग में उछाल बना रहेगा। सर्वेक्षण में कहा गया है, विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार उल्लेखनीय दर से बढ़ा है, जो मार्च 2005 में इन आंकड़ों का संग्रह शुरू होने के बाद से सबसे मजबूत महीनों में एक रहा।