भारत सरकार समय-समय पर अपने लोगों की सेफ्टी के लिए नए-नए नियम लाती रहती है। इस समय सरकार की निगाहें ऑटो इंडस्ट्री और वाहन सेफ्टी पर है। रोड एंड व्हीकल्स सेफ्टी सिस्टम को अपडेट करने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ दिन पहले ही कार के पीछे दी गई मिड सीट के लिए थ्री-प्वाइंट सीट बेल्ट अनिवार्य किया है। वहीं, अब भारत सरकार अपना खुद का 'इंडिपेंडेंट' कार सेफ्टी रेटिंग सिस्टम लाने की तैयारी कर रही है।
आपको बता दें कि हाल ही में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटोमोबाइल सेफ्टी इकोसिस्टम इन इंडिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पुष्टि की। इसमें उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार जल्द ही एक इंडिया-स्पेसिफिक वाहन सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम लाएगी।
बता दें कि सरकार ने 2016 में ग्लोबल एनकैप जैसे सेफ्टी फीचर्स के आधार पर नई पैसेंजर कारों के लिए एक स्टार रेटिंग प्रोग्राम का ऑफर रखा था। इसे कार के सेफ्टी परफॉर्मेंस के तहत कार मेकर्स द्वारा उनकी मर्जी पर लागू किया जाना था, लेकिन वह आइडिया फेल हो गया था।
अब केंद्र सरकार जल्द ही एक इंडिया-स्पेसिफिक वाहन सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम लाएगी. साथ ही नई कारों में जरूरी सेफ्टी फीचर्स को लागू करने की घोषणा की जाएगी। आपको बता दें कि इस सेफ्टी रेटिंग प्रोग्राम को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (NCAP) कहा जाता है।
कार एक्सीडेंट टेस्ट सॉल्यूशन
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने ग्लोबल लेवल सिस्टम के अनुसार सेफ्टी रेटिंग बोलते हुए कहा कि यह बहुत जरूरी है कि कार निर्माता भारत में भी ग्लोबल सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को निश्चित रूप से अपनाएं। इस वजह से सरकार जल्द ही भारत NCAP, एक इंडिपेंडेंट (भारतीय) कार एक्सीडेंट टेस्ट सॉल्यूशन लाएगी, जिसके बेस पर कार की सेफ्टी रेटिंग तय की जाएगी।
कार खरीदने में ग्राहकों को मिलेगी मदद
उन्होंने आगे कहा कि यह यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान में चल रहे प्रोग्रामों के बराबर होगी। गडकरी ने कहा कि यह कार खरीदते समय ग्राहकों को एक सही कार लेने के फैसले में काफी हेल्प करेगा।