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दीपावली तक भारत ब्रिटेन एफटीए संभव, पीयूष गोयल ने जताई उम्मीद

Rani Sahu
21 Jun 2022 3:48 PM GMT
दीपावली तक भारत ब्रिटेन एफटीए संभव, पीयूष गोयल ने जताई उम्मीद
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दीपावली तक भारत ब्रिटेन एफटीए संभव

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने उम्मीद जताई है कि भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) इस साल दीपावली तक पूरा हो जाएगा. उन्होंने सोमवार को दिल्ली के करीब ग्रेटर नोएडा में आयोजित 67वें भारत अंतर्राष्ट्रीय परिधान मेले के उद्घाटन के दौरान यह बात कही. गोयल ने कहा कि भारत सरकार कनाडा, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के साथ यह मुक्त व्यापार समझौता (FTA) करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. साथ ही उन्होने बताया कि ऑस्ट्रेलिया, इस्राइल और खाड़ी सहयोग परिषद समेत यूरेशिया और ब्राजील ने भारत के साथ एफटीए समझौता करने की रुचि व्यक्त की है.

कई देश भारत के साथ समझौते के लिए उत्सुक
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी देश भारत के साथ दोस्ती करने के लिए उत्सुक हैं, हम दुनिया भर के लिए बहुत बड़ा अवसर हैं. हम कनाडा, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन के साथ एफटीए समझौते को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया तथा खाड़ी देशों समेत यूरेशिया और ब्राजील ने भी भारत के साथ इस समझौते के लिए रूचि दिखाई है. मुझे उम्मीद है कि भारत और ब्रिटेन के बीच दीपावली तक एफटीए समझौता पूरा हो जाएगा.
भारत और यूरोपियन यूनियन के बीच भी वार्ता शुरू
भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच भी व्यापार, निवेश और भौगोलिक संकेतकों (जीआई) पर प्रस्तावित समझौतों को लेकर वार्ता औपचारिक रूप से शुरू हो गई है. इससे पहले ब्रसेल्स में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि इन समझौतों को लागू करने से अब तक अछूती रही उल्लेखनीय क्षमता को सामने लाने में मदद मिलेगी जो दोनों क्षेत्रों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने में मददगार होगी. भारत और ईयू ने आठ साल से भी अधिक समय के बाद प्रस्तावित समझौतों पर 17 जून से औपचारिक वार्ता बहाल की है. भारत और यूरोपीय संघ पहले से ही प्रमुख कारोबारी साझेदार हैं और उनके बीच 120 अरब यूरो का सालाना व्यापार होता है. भारत के लिए ईयू तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है और 2021 में कुल भारतीय कारोबार में उसकी हिस्सेदारी लगभग 11 फीसदी थी. ईयू के लिए भारत 10वां अहम कारोबारी साझेदार है और 2021 में ईयू के कुल व्यापार में भारत की हिस्सेदारी दो फीसदी से कुछ अधिक थी.
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