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दुनिया के सातवें सबसे बढ़े शेयर बाजार वाले देशों में शुमार भारत, BSE m-cap में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी

Gulabi
8 Feb 2021 2:55 PM GMT
दुनिया के सातवें सबसे बढ़े शेयर बाजार वाले देशों में शुमार भारत, BSE m-cap में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी
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भारत का शेयर बाजार अब दुनिया का सातवां सबसे बढ़ा शेयर बाजार बन गया है।

भारत का शेयर बाजार अब दुनिया का सातवां सबसे बढ़ा शेयर बाजार बन गया है। सूचीबद्ध कंपनियों के कुल बाजार मूल्यांकन में बढ़ोत्तरी के चलते भारतीय शेयर बाजार तीन स्थान ऊपर आ गया है। भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को बढ़कर 2.7 ट्रिलियन डॉलर हो गया था। सोमवार को इसमें और बढ़ोत्तरी हुई है।


बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को 51,300 के पार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी 15,100 के पार बंद हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सोमवार को बढ़कर 2,02,82,798.08 करोड़ रुपये हो गया है।

भारत का शेयर बाजार अब कनाडा, जर्मनी और सऊदी अरब के शेयर बाजार से बढ़ा हो गया है। जल्द ही यह फ्रांस को पीछे छोड़ दुनिया का छठा सबसे बड़ा शेयर बाजार बन सकता है। फ्रांस के शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण इस समय करीब 2.86 ट्रिलियन डॉलर है। साल 2021 में अब तक टॉप-15 देशों में से भारत का शेयर बाजार दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला शेयर बाजार रहा है।

लगभग 11 महीनों के बाद भारत के शेयर बाजार ने कनाडा को पीछे छोड़ दिया है, जो अब बाजार मूल्यांकन के आधार पर आठवां सबसे बड़ा शेयर बाजार है। यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी के शेयर बाजार का बाजार मूल्यांकन 2.53 ट्रिलियन डॉलर है। रिपोर्ट्स के अनुसार, टॉप-7 बाजारों में यूरोप के केवल दो देश फ्रांस और यूके ही शामिल हैं।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) एक जनवरी से अब तक भारतीय शेयर बजारों में 4 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश कर चुके हैं। इस तरह उभरते बाजारों ब्राजील के बाद भारत दूसरा देश है, जहां सबसे बेहतर एफपीआई निवेश आया है। यूएस डॉलर में कमजोरी के चलते पिछले कुछ महीनों में उभरते बाजारों के प्रदर्शन में सुधार हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद घरेलू मांग में तेजी से रिकवरी और सरकार के अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार को लेकर फोकस के कारण भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजारों में शामिल है। आईएमएफ के ताजा अनुमान के अनुसार, वित्त वर्ष 2022 में भारत की जीडीपी 11.5 फीसद की तेज ग्रोथ करेगी और वित्त वर्ष 2023 में 6.8 फीसद की ग्रोथ रहेगी।


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