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सोलर एनर्जी को लेकर भारत ने बनाया रिकॉर्ड, 6 महीने में बदल गए आंकड़ें

Ayush Kumar
26 Aug 2024 1:31 PM GMT
सोलर एनर्जी को लेकर भारत ने बनाया रिकॉर्ड, 6 महीने में बदल गए आंकड़ें
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Business व्यवसाय : भारत सौर ऊर्जा को लेकर काफी गंभीर है। देश के बड़े खिलाड़ी अंबानी, अडानी टाटा समेत तमाम समूह इस क्षेत्र में काफी तेजी से निवेश कर रहे हैं। जिसका फल भी देश को देखने को मिल रहा है। पिछले 6 महीनों में देश ने सौर ऊर्जा को लेकर बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। चालू कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही यानी जनवरी-जून, 2024 में देश में करीब 15 गीगावाट की रिकॉर्ड सौर क्षमता स्थापित की गई है। यह देरी से चल रही परियोजनाओं को पूरा करने के काम में तेजी से हुआ है। देश ने वर्ष 2023 की इसी अवधि में 3.89 गीगावाट सौर क्षमता जोड़ी थी। भारत ने सौर ऊर्जा पर बनाया रिकॉर्ड अमेरिका स्थित शोध फर्म मेरकॉम ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि पहली छमाही में भारत में सौर क्षमता की स्थापना 15 गीगावाट तक पहुंच गई, जिसने पिछले सभी वर्षों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। यह पिछले साल की पहली छमाही से 282 फीसदी ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सौर इकाइयों के डेवलपर्स ने देरी से चल रही परियोजनाओं को चालू करने में तेजी लाई। जून 2024 तक भारत की कुल स्थापित सौर क्षमता 87.2 गीगावाट तक पहुँच गई, जिसमें उपयोगिता-स्तरीय परियोजनाओं का योगदान लगभग 87 प्रतिशत था।

वहीं, छत पर सौर ऊर्जा ने 13 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया। सौर ऊर्जा ने भारत की स्थापित बिजली क्षमता में 19.5 प्रतिशत और कुल स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता में 44 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया। बड़े पैमाने पर सौर परियोजनाओं की औसत लागत में साल-दर-साल लगभग 26 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही दो प्रतिशत की कमी आई। ऐसे हासिल होगा लक्ष्य मेरकॉम कैपिटल ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राज प्रभु ने कहा कि परियोजनाओं की मजबूत पाइपलाइन और तेजी से बढ़ती निविदा गतिविधियों के समय पर क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी है कि हम घटक आपूर्ति और ग्रिड कनेक्टिविटी चुनौतियों से तत्परता से निपटें ताकि हम 2030 तक 280 गीगावाट क्षमता का लक्ष्य हासिल कर सकें। 2024 की पहली छमाही में कुल 41.4 गीगावाट परियोजनाओं के लिए निविदाएं जारी की गईं। यह पिछले साल इसी अवधि में जारी निविदा क्षमता से 51 फीसदी अधिक है।


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