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NSE की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण के घर पर इनकम टैक्स का छापा, 'बाबा' को गोपनीय जानकारी देने के आरोप का कर रही सामना

jantaserishta.com
17 Feb 2022 6:50 AM GMT
NSE की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण के घर पर इनकम टैक्स का छापा, बाबा को गोपनीय जानकारी देने के आरोप का कर रही सामना
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नई दिल्ली: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के मुंबई के निवास पर इनकम टैक्स की रेड हुई है. उन पर आध्यात्मिक गुरू के साथ गोपनीय जानकारी को साझा करने का आरोप है. इससे पहले सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने 11 फरवरी को रामकृष्ण पर जुर्माना लगाया था. मार्केट रेगुलेटर ने एक्सचेंज की आंतरिक गोपनीय जानकारी को किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा करने के लिए चित्रा पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. इसके अलावा चित्रा पर एक वरिष्ठ अधिकारी आनंद सुब्रमण्यन की नियुक्ति में अनियमितता का भी आरोप है. इसके लिए NSE और वरिष्ठ मैनेजमेंट भी जिम्मेदार था.

रामकृष्ण ने कहा था कि सुब्रमण्यन के कंपनसेशन के संबंध में फैसलों पर उन्हें हिमालय में रहने वाले एक योगी द्वारा सलाह दी जा रही थी. सेबी के आदेश के मुताबिक, रामकृष्ण, जिन्होंने दिसंबर 2016 में पद छोड़ा था, ने अज्ञात व्यक्ति के साथ प्रबंधन के ढांचे, डिविडेंड की स्थिति, वित्तीय नतीजों, मानव संसाधन की पॉलिसी और संबंधित मामलों, रेगुलेटर को रिस्पॉन्स जैसी जानकारी को अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा किया था. चित्रा ने साल 2014 और 2016 के बीच ईमेल आईडी [email protected] से लिखा था.


सुब्रमण्यन 1 अप्रैल 2013 से NSE के चीफ स्ट्रैटजिक एडवायजर रहे थे. और उन्हें 21 अक्टूबर 2016 तक ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर और एमडी और सीईओ के एडवायजर के तौर पर नियुक्त किया गया था. मार्केट रेगुलेटर के आदेश के मुताबिक, रामकृष्ण सुब्रमण्यन को NSE में चीफ स्ट्रैटजिक एडवायजर के तौर पर लेकर आईं थीं. लेकिन चित्रा उन्हें कंसल्टेंट के तौर पर लाईं थीं, जिनका काम हफ्ते में चार दिन का था. इससे पहले उन्होंने Balmer and Lawrie में मिड-लेवल मैनेजर के तौर पर काम किया था. और उन्हें पहले शेयर बाजार का कोई अनुभव नहीं था.
आपको बता दें कि रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की एमडी एवं सीईओ थीं. वह योगी को सिरोमणि कहती थीं, जो उनके मुताबिक एक आध्यात्मिक शक्ति हैं और पिछले 20 वर्षों से व्यक्तिगत और व्यावसायिक मामलों पर उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं. रामकृष्ण के अनुसार यह अज्ञात व्यक्ति या योगी कथित रूप से एक आध्यात्मिक शक्ति थी, जो अपनी इच्छानुसार कहीं भी प्रकट हो सकती थी.


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