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RBI ने बताया तरीका
क्या आप होम लोन की बढ़ती ब्याज दरों से परेशान हैं? क्या आपकी पर्सनल लोन की ईएमआई में लगातार इजाफा हो रहा है? क्या आपके कार लोन की ईएमआई बढ़ रही है? ऐसे तमाम सवाल बीते एक साल से आम लोगों को परेशान कर रहे हैं. साथ ही इन सवालों की गूंज देश के सेंट्रल बैंक के कानों में भी गूंजी है. ऐसे में सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर आम लोगों को कैसे राहत मिले, क्योंकि मौजूदा महंगाई के हालात जो बने हुए हैं, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में कोई ब्याज दरों में कोई राहत नहीं मिलने वाली है.
मुमकिन है कि आरबीआई के लिए ब्याज दरों में इजाफा करना मजबूरी बन जाए. ऐसे आरबीआई ने इसका तरीका निकालने की कोशिश की है और कर्ज लेने वाले लोगों को फ्लोटिंग ब्याज दर से फिक्स्ड ब्याज दर का ऑप्शन चुनने की परमीशन देने की तैयारी की जा रही है. इस कदम से मकान, व्हीकल और बाकी तरह के कर्ज लेने वाले लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि ऐसे कस्टमर्स हाई इंट्रस्ट रेट से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
देनी होगी ईएमआई, टेन्योर की पूरी जानकारी
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग के बाद कहा कि इसके लिए एक नया फ्रेम तैयार किया जा रहा है. इसके तहत लेंडर्स को लोन लेने वाले कस्टमर्स को लोन टेन्योर और मासिक किस्त यानी ईएमआई के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी. दास ने कहा कि आरबीआई द्वारा की गई सुपरवाजरी रिव्यू और लोगों से मिले रिएक्शन में कई बार लोन लेने वालों की सहमति तथा बिना जानकारी के फ्लोटिंग रेट लोन के टेन्योर को अनुचित रूप से बढ़ाने के कई उदाहरण सामने आए.
ऐसे कम कर कर सकेंगे ईएमआई
उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए कर्ज लेने वालों के सामने पेश हो रही समस्याओं के समाधान के लिए एक उचित कंडक्ट फ्रेमवर्क स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया, जिसका सभी रेगुलेटरी इंस्टीट्यूशंस द्वारा पालन किया जाए. दास ने कहा कि इसमें टेन्योर या ईएमआई में किसी तरह के बदलाव के लिए कर्ज लेने वालों के साथ स्पष्ट रूप से कंवर्जेशन करना होगा. कर्ज लेने वाले कस्टमर्स को फिक्स्ड रेट का ऑप्शन चुनने की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में डिटेल्ड गाइडलाइन जारी की जाएंगी.
आरबीआई ने नहीं बढ़ाई ईएमआई
वैसे रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने अपने पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. यह लगातार तीसरा मौका है जब आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. मौजूदा समय में रेपो रेट 6.50 फीसदी पर है. आरबीआई ने मई 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक ब्याज दरों में 2.5 फीसदी का इजाफा किया है. आखिरी बार फरवरी में 0.25 फीसदी का इजाफा किया गया था. उसके बाद अप्रैल और जून साइकिल में रेट को पॉज रखा गया था जो अगस्त साइकिल में भी कायम रहा. जानकारों की मानें तो अक्टूबर और दिसंबर साइकिल में भी पॉज बटन दबा रह सकता है और अगले साल के पहले हाफ में यानी फरवरी और अप्रैल साइकिल ब्याज दरों में इजाफा किया जा सकता है.
SANTOSI TANDI
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