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भारतीय बाजार में टैबलेट Lenovo ने मारी बाजी, सैमसंग को छोड़ा पीछे
Apurva Srivastav
4 March 2021 2:06 PM GMT
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कोरोनावायरस महामारी के कारण घर से काम करने (वर्क फ्रॉम होम) और ऑनलाइन लर्निंग में काफी इजाफा हुआ है
कोरोनावायरस महामारी के कारण घर से काम करने (वर्क फ्रॉम होम) और ऑनलाइन लर्निंग में काफी इजाफा हुआ है. यही कारण है कि भारतीय टैबलेट बाजार में 2020 में छह प्रतिशत (साल-दर-साल) वृद्धि हुई है. इसमें लेनोवो 39 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ मार्केट में टॉप पर रहा है.
साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) दारा जारी की गई एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. साल 2020 के लिए सीएमआर की टैबलेट पीसी मार्केट रिपोर्ट रिव्यू में बताया गया है कि लेनोवो ने सैमसंग को पीछे छोड़ते हुए बाजार में शीर्ष स्थान पर कब्जा किया है. लेनोवो ने 14 तिमाहियों में टैबलेट बाजार में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. लेनोवो टैब एम 10 (एचडी) सीरीज ने बाजार में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है.
30% की हिस्सेदारी के साथ Samsung दूसरे स्थान पर
वहीं सैमसंग मार्केट लीडरबोर्ड में 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रही. सैमसंग ने 2020 में कई टैबलेट लॉन्च किए, जिनमें टैब A7 LTE और वाईफाई वर्जन, टैब S7, S7 प्लस और S6 लाइट शामिल हैं. सैमसंग की ओर से लॉन्च किए गए सभी में टैब A7 LTE और वाईफाई सबसे सफल रहे और सैमसंग टैबलेट पोर्टफोलियो में इसकी 13 प्रतिशत हिस्सेदारी दर्ज की गई.
एनालिस्ट-इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप (IIG), सीएमआर, मेनका कुमारी ने कहा, "महामारी के कारण वर्क फ्रॉम होम और लर्निग फ्रॉम होम (LFH) के कारण पैदा हुए अवसरों और मांग ने साल 2020 में भारतीय टैबलेट उद्योग में एक मजबूत बढ़त बनाई है." उन्होंने कहा कि इसके अलावा त्योहारी सीजन के दौरान भी रोमांचक डील्स के कारण भारतीय टैबलेट बाजार को और बढ़ावा मिला.
रिपोर्ट में कहा गया है कि Covid-19 महामारी के कारण अनिश्चितता बनी हुई है और इस बीच तकनीकी दिग्गज एपल के पास अपने टैबलेट बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का अच्छा मौका है. शिक्षा क्षेत्र और डिजिटल परिवर्तन के साथ इस वर्ष की दूसरी तिमाही में टैबलेट की मांग बढ़ने की उम्मीद है.
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