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फिनलैंड से ओवरियन कैंसर को लेकर एक महत्वपूर्ण स्टडी आई है,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | फिनलैंड से ओवरियन कैंसर को लेकर एक महत्वपूर्ण स्टडी आई है, जो बाकी दुनिया की औरतों के लिए भी अपने शरीर की संचरना, प्रणाली और बीमारियों के कारण को समझने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
जिस देश फिनलैंड में यह स्टडी हुई है, वहां हर साल तकरीबन 550 औरतें ओवरियन कैंसर का शिकार होती हैं और उसमें से 320 जान से हाथ धो बैठती हैं. यूं तो यह संख्या सुनने में बहुत मामूली लगती है, लेकिन फिनलैंड की आबादी भी सिर्फ 55 लाख है.
पूरी दुनिया में हर साल औसतन पौने दो लाख औरतें ओवरियन कैंसर के कारण मरती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 में 184,799 औरतों की ओवरियन कैंसर के कारण मौत हो गई.
महिलाओं को होने वाले कैंसर में ओवरियन कैंसर सबसे खतरनाक है क्योंकि इसका पता तब तक नहीं चलता, जब तक यह पेल्विस और पेट में नहीं फैल जाता. चूंकि सरवाइकल कैंसर की तरह इस कैंसर का पता लगाने का कोई तरीका नहीं है, इसलिए यह आसानी से पकड़ में नहीं आता और अकसर आखिरी स्टेज में जाकर ही इसकी शिनाख्त हो पाती है.
हेलसिंकी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस स्टडी में इस बात की शिनाख्त की है कि कैसे ओवरियन कैंसर की कोशिकाओं के फैलने का सीधा संबंध हमारे इम्यून सिस्टम से है.
ओवरियन कैंसर पर हेलसिंकी यूनिवर्सिटी, फिनलैंड की महत्वपूर्ण स्टडी (Photo: Pixabay)
यह स्टडी साइंस जरनल नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित हुई है.
अपनी स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि ओवरियन कैंसर एकमात्र ऐसा कैंसर है, जिसकी कैंसरस कोशिकाएं अपनी मौजूदगी को शरीर के इम्यून सिस्टम से छिपाने में कामयाब रहती है.
इस बात को ऐसे समझते हैं. जब शरीर के किसी भी हिस्से में कैंसरस सेल्स के बनने यानि उनके मेलिगनेंट होने की शुरुआत होती है तो हमारा इम्यून सिस्टम शुरू में उसके खिलाफ लड़ता है और उन कोशिकाओं को खत्म करने की कोशिश करता है. यह बिलकुल ऐसा ही है कि घर में अगर चोर घुस आए तो घरवाले हार मानने से पहले अपनी तरफ से हर संभव मुकाबला करने की कोशिश करते हैं.
लेकिन ओवरियन कैंसर की सेल्स ऐसे चोर की तरह घर में घुसती हैं, लेकिन घर के लोगों को उसके आने की भनक तक नहीं लगती. उसका पता तभी चल पाता है, जब घर में चोरी हो चुकी होती है यानि कि ओवरियन कैंसर ओवरीज और पेल्विस के रास्ते से होता हुआ आंतों तक फैल चुका होता है.
हेलसिंकी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ओवरियन कैंसर से जुड़ी 110000 कोशिकाओं की शिनाख्त करने में सफलता हासिल की है. इस स्टडी में यह समझने की कोशिश की गई कि कैंसरस सेल्स और इम्यून सेल्स आपस में कैसे संवाद करती हैं. उसका आपसी व्यवहार शरीर के भीतर कैसे संचालित होता है.
ओवरियन कैंसर पर हेलसिंकी यूनिवर्सिटी, फिनलैंड की महत्वपूर्ण स्टडी
यह स्टडी सरवाइकल कैंसर की तरह ओवरियन कैंसर की भी शुरुआती शिनाख्त के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो सकती है. जिस तरह सरवाइकल कैंसर होने से पहले ही उस कैंसर का पता लगाया जा सकता है, उसी तरह अगर डॉक्टर इम्यून और कैंसर सेल्स के आपसी कनेक्शन को पकड़ने में पूरी तरह कामयाब हो गए तो हो सकता है कि हम उन कैंसरस सेल्स की समय रहते शिनाख्त कर पाएं और इस तरह ओवरियन कैंसर के खतरे से स्त्रियों को बचा सकें.
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