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जरूरी खबर! रेलवे उठाने जा रहा है ये बड़ा कदम, आप सभी पर पड़ेगा असर

Bhumika Sahu
21 Feb 2022 4:24 AM GMT
जरूरी खबर! रेलवे उठाने जा रहा है ये बड़ा कदम, आप सभी पर पड़ेगा असर
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Indian Railways: रेलवे अब नियमित तौर पर यात्रियों को मिलने वाले खानपान की जांच करेगी. वहीं शिकायत मिलने पर उसे दूर भी किया जायेगा. IRCTC एक महत्वपूर्ण कदम के तहत बेस किचन में खाने की क्वालिटी की नियमित जांच करने जा रहा है. इसके लिए खासतौर पर फूड सेफ्टी सुपरवाइजर तैनात किए जाएंगे.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रेल में यात्रा करने वालों के लिए जरूरी खबर है. अब यात्रियों के हाईजीन को देखते हुये रेलवे सख्त कदम उठाने जा रहा है. कोरोना काल में ट्रेन में सफर के दौरान लंबे समय से पैन्ट्री की सुविधा बंद थी, जिसे अब फिर से शुरू कर दिया गया है. लेकिन, बंद खाने की क्वालिटी को लेकर कई बार शिकायतें आती हैं. इसलिए रेलवे ने सख्ती दिखाते हुये फैसला लिया है कि अब ट्रेन में रेगुलर खाने की जांच होगी. इसके लिए रेलवे 50 एफएसएस (Food Safety Supervisor) तैनात करेगा.

ट्रेन में लगातार होगी खान की जांच
रेलवे यात्रियों की हेल्थ को देखते हुये अब नियमित तौर पर यात्रियों को मिलने वाले खानपान की जांच करेगी. इतना ही नहीं, अगर इस दौरान कोई शिकायत मिलती है तो उसे दूर भी किया जायेगा. IRCTC ने बड़ा फैसला लेते हुए बेस किचन में खाने की क्वालिटी की नियमित जांच करने की बात कही है. इसके लिए खासतौर पर फूड सेफ्टी सुपरवाइजर भी तैनात किए जाएंगे. वहीं फूड प्रोडक्ट्स की जांच के लिए निजी लैब की भी मदद ली जाएगी. दरअसल, यात्रियों की संतुष्टि के लिए रेलवे हर कदम पर प्रयासरत है और रेलवे का कहना है कि उनकी राय के बाद कमियां भी दुरुस्त की जाएंगी.
50 एफएसएस तैनात किए जाएंगे
ट्रेनों में मिलने वाले खाने को लेकर पैसेंजर्स की शिकायत लगातार मिलती रहती है और इसे दूर करने के लिए सख्ती से कदम भी उठाए गए हैं. इससे क्वालिटी में कुछ सुधार जरूर हुआ है, लेकिन यात्रियों की समस्या दूर नहीं हुई है. इसीलिए रेलवे की तरफ से एफएसएस तैनात करने का फैसला किया गया है. अभी 50 एफएसएस तैनात करने के लिए एप्लिकेशन मांगे गए हैं. आपको बता दें कि कोरोना काल के पहले आइआरसीटीसी के 46 बेस किचन थे. हर किचन में कम से कम एक फूड सेफ्टी सुपरवाइजर रहेगा.
निजी एजेंसी से ली जाएगी मदद
किचन में बनने वाले खाने की क्वालिटी एनश्योर करने की जिम्मेदारी उसी की होगी. वहीं रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में मिलने वाले भोजन से यात्री कितने संतुष्ट हैं, इसके लिए निजी एजेंसी सर्वे करेगी. दो साल के लिए एजेंसी को यह काम सौंपा जाएगा. एजेंसी के कर्मचारी स्टेशनों पर खानपान के स्टॉल और ट्रेनों में यात्रियों से बात करके रिपोर्ट तैयार करेंगे.


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