व्यापार

फिर शुरू हुई आयात- निर्यात हेल्पडेस्क

Bhumika Sahu
7 Jan 2022 2:09 AM GMT
फिर शुरू हुई आयात- निर्यात हेल्पडेस्क
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डीजीएफटी ने एक नोटिस में कहा कि कोविड-19 हेल्पडेस्क को फिर से शुरू किया गया है. इसका मकसद अंतरराष्ट्रीय व्यापार से संबंधित समस्याओं के समाधान में मदद करना है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वाणिज्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को निर्यातकों और आयातकों की अंतरराष्ट्रीय व्यापार से संबंधित समस्याओं के समाधान को लेकर 'हेल्प डेस्क' फिर से सक्रिय कर दी. इन समस्याओं में सीमा शुल्क मंजूरी में देरी और बैंक संबंधित जैसे मामले शामिल हैं. कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस हेल्पडेस्क को शुरु किया गया है. इसे पहली बार अप्रैल 2021 में शुरू किया गया था

कोविड के बढ़ते मामलों की बीच सरकार की तैयारी तेज
मंत्रालय की इकाई विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए निर्यात और आयात की स्थिति पर नजर रखने और व्यापार से जुड़े पक्षों की समस्याओं को दूर करने के लिये हेल्पडेस्क शुरू करने का कदम उठाया है, डीजीएफटी ने एक नोटिस में कहा कि कोविड-19 हेल्पडेस्क को फिर से शुरू किया गया है. इसका मकसद अंतरराष्ट्रीय व्यापार से संबंधित समस्याओं के समाधान में मदद करना है, हेल्पडेस्क का काम आयात और निर्यात की स्थिति की निगरानी करना इंटरनेशनल ट्रेड के संबंध में उठने वाले मुद्दों को हल करने में मदद करना. आयात निर्यात लाइसेंसिंग में मदद करना, सीमा शुल्क से जुड़े मामलों को हल करना. डॉक्यूमेंटेशन और बैंकिंग संबंधि मामलों को हल करना है. कोविड की लहर के साथ सबसे ज्यादा असर दो देशों के बीच आवागमन पर पड़ा था, अधिकांश देशों ने जरूरी वस्तुओं को छोड़कर बाकी सामानों के लिये अपनी सीमायें बंद कर ली थीं, इससे कारोबारियों पर काफी असर पड़ा था, वहीं कोरोना काल में कंटेनर की कमी का भी मामला उठा था. इन्ही सब को देखते हुए सरकार ने इस बार कोविड की तीसरी लहर की आशंका के साथ ही कदम उठाने शुरू कर दिये हैं.
बढ़ने लगे कोरोना के मामले
भारत सहित दुनिया भर में कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिलने लगी है. डब्लूएचओ के कोरोना वायरस डैश बोर्ड के अनुसार पिछले 7 दिनों में भारत में 2.87 लाख नये मामले सामने आए हैं. वहीं अमेरिका में ये संख्या 38 लाख है. यूके में 12 लाख और फ्रांस में 12 लाख लोग पिछले 7 दिन में संक्रमण के शिकार हुए हैं. भारत में अब तक 44 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनो खुराक मिल चुकी हैं. जबकि अमेरिका, यूके और फ्रांस ये संख्या 60 प्रतिशत या उससे ज्यादा है. इन संकेतों को देखते हुए सरकार ने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिसमें ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने से लेकर कारोबारी को मदद तक के कदम शामिल हैं. जिससे न केवल कोरोना को नियंत्रित किया जा सके साथ ही कारोबार में गति बना कर रखी जा सके


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