दिवाली के बाद देवउठनी एकादशी से भारत में शादियाँ शुरू हो जाती हैं, जो अप्रैल तक चलती हैं। एक अनुमान के मुताबिक, इस सीजन में सीरियल में करीब 40 लाख शादियां और खूब सोना बिकेगा। सोने का एक अहम हिस्सा होता है। हम भारतीय इस वास्तुशिल्प धातु के प्रति अपने प्रेम के लिए पूरी दुनिया में जाते हैं। इसलिए सोने के बिना अनामिका की कल्पना भी नहीं की जा सकती। अगर आपने भी इस शादी के सीजन में सोने के गहने बनाने का मन बनाया है तो आपको पूरी तैयारी के साथ बाजार में जाना होगा ताकि आपको अच्छे दाम पर अच्छे सोने के गहने मिल सकें।
सोने की सुंदरता कैसे तय होती है?
सोने की सोने की कीमत कैरेट में मापी जाती है। सबसे शुद्ध सोना 24 कैरेट होता है। हालाँकि, सोना एक लाखीली धातु है। इसलिए 24 कैरेट सोने से आभूषण नहीं बनाया जा सकता। 22 कैरेट सोने का उपयोग अधिकतर आभूषणों में किया जाता है। इसके अलावा लोग 20, 18 और 14 कैरेट वाले सोने का भी इस्तेमाल करते हैं। सोने का भाव तय करने में कैरेट का सबसे अहम किरदार है। आपके पास अधिक कैरेट सोने के आभूषण आभूषण, कीमत भिन्न-भिन्न ही है।
सोने की कीमत पर ध्यान देना बहुत जरूरी है
रविवार, 3 दिसंबर को 24 कैरेट सोने के एक तोला (10 ग्राम) की कीमत 63760 रुपये है। वहीं, 22 कैरेट के लिए कीमत 58450 रुपये और 18 कैरेट के लिए रेट 47820 रुपये प्रति 10 ग्राम है। इसका सीधा सा मतलब यह है कि सिर्फ कैरेट एक्सचेंज से सोने की कीमत गिरती है। इसलिए इस बात पर ध्यान दें कि जिस दिन आप आभूषण खरीद रहे हैं उस दिन का रेट क्या है। सोने की कीमत में नवीनतम रिलीज- ऑफर होता है, जो आपको महंगा पड़ सकता है। यह भी ध्यान रखें कि 22 कैरेट के लिए आपको 24 कैरेट का रेट नहीं रखना होगा।
इस तरह से एक लैपटॉप का मूल्य निर्धारण किया जाता है
आभूषणों की कीमत तय करने में कई भूमिका निभाते हैं। ज्वैलर्स सबसे पहले आभूषण के वजन की गणना करते हैं। फिर हम आपको सोने के रेट, सिलिकॉन चार्ज और उस पर जोड़े के बाद अंतिम कीमत लगाए गए हैं। आभूषणों पर 3 फिफ्टी टेक्स्ट लगता है। यहां आपकी सावधानी बहुत सारा पैसा बच सकती है। क्योंकि, हर ज्वैलर्स का डिमांड चार्ज अलग-अलग होता है। कुछ स्थानों पर ली गई पेशकश के तहत मैग्नेटिक चार्ज नहीं लिया जाता है। हालाँकि, आपको कम से कम दो-तीन ज्वैलर्स से दस्तावेज़ प्राप्त करना चाहिए और उनका आकलन करना चाहिए।