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विदेशी कंपनियों में पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो हो जाएं सावधान, जाने मामला

Bhumika Sahu
6 Feb 2022 2:23 AM GMT
विदेशी कंपनियों में पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो हो जाएं सावधान, जाने मामला
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क्‍या आप भी फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, गूगल, बिंग आदि सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म्‍स पर विज्ञापन देखकर विदेशी कंपनियों में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं. अगर हां, तो तुरंत अपनी सोच को यहीं रोक दीजिए.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। क्‍या आप भी फेसबुक (Facebook), ट्विटर (Twitter), यूट्यूब (Youtube), गूगल (Google), बिंग आदि सोशल मीडिया (Social Media) प्‍लेटफॉर्म्‍स पर विज्ञापन देखकर विदेशी कंपनियों में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा (Profit) कमाने की सोच रहे हैं. अगर हां, तो तुरंत अपनी सोच को यहीं रोक दीजिए. भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने अनऑथराइज्‍ड इलेक्‍ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्‍लेटफॉर्म यानी ETP पर विदेशी मुद्रा कारोबार नहीं करने या ऐसे लेनदेन के लिए पैसे भेजने से जनता को सावधान किया है. RBI ने अपनी चेतावनी में कहा है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम यानी फेमा के तहत दंडात्‍मक कार्रवाई की जाएगी. केंद्रीय बैंक को पता चला है कि सोशल मीडिया, सर्च इंजन, ओटीटी प्‍लेटफॉर्म्‍स, गेमिंग ऐप्‍स और इसी तरह के दूसरे प्‍लेटफॉर्म्‍स पर भ्रामक विज्ञापनों के जरिये अनाधिकृत ईटीपी से विदेशी मुद्रा कारोबार की पेशकश की जा रही है.

RBI डिजिटल मीडिया पर अनऑथराइज्‍ड फॉरेन एक्‍सचेंज एंड डेरीवेटिव्‍स ट्रेडिंग प्‍लेटफॉर्म का विज्ञापन करने वाले कंटेंट पर रोक लगाने के लिए ट्राई और मिनिस्‍ट्री ऑफ इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स ऐंड इंफॉर्मेशन टेक्‍नोलॉजी से संपर्क करने पर विचार कर रहा है.
ऐसे विज्ञापनों पर भी रोक की तैयारी
केंद्रीय बैंक मंत्रालय और नियामक संस्‍था से प्रमुख सोशल मीडिया और सर्च इंजन प्‍लेटफॉर्म्‍स जैसे फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, गूगल, बिंग आदि के लिए कुछ ऐसे नए प्रावधान बनाने के लिए कहेगा, जो ऐसे विज्ञापनों पर रोक लगाएंगे. इसके अलावा गूगल, एप्‍पल और माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख ऐप स्‍टोर से भी भारतीय कानून का पालन नहीं करने वाले अनऑथराइज्‍ड ट्रेडिंग प्‍लेटफॉर्म को हटाने के लिए कहा जाएगा. इलेक्‍ट्रॉनिक फॉरेक्‍स ट्रांजेक्‍शन के लिए केवल आरबीआई अधिकृत ईटीपी या मान्‍यताप्राप्‍त स्‍टॉक एक्‍सचेंज का ही इस्तेमाल करें.
ऐसा भी पता चला है कि अनाधिकृत ईटीपी ने कुछ एजेंट्स भी नियुक्‍त किए हैं, जो लोगों से सीधा संपर्क कर उन्‍हें फॉरेक्‍स ट्रेडिंग या इनवेस्‍टमेंट स्‍कीम में बहुत अधिक लाभ का लालच देकर निवेश करवा रहे हैं. आरबीआई ने इसे एक नए तरह की धोखाधड़ी बताया है, जिससे सभी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.
आपको बता दें कि भारतीयों में विदेशी शेयरों, खासकर अमेरिकी कंपनियों के शेयरों में निवेश का चलन तेजी पकड़ बना रहा है. टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट , अमेजन, फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियां भी तेजी से अमीर होती जा रही हैं. इन कंपनियों की तेजी से होती ग्रोथ को देखकर भारत से भी कई निवेशक अमेरिकी कंपनियों में पैसा लगा रहे हैं.


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