व्यापार

इक्रा की रिपोर्ट: फैशन खुदरा विक्रेताओं पर होगा कोरोना की दूसरी लहर का असर

Neha Dani
26 April 2021 4:20 AM GMT
इक्रा की रिपोर्ट: फैशन खुदरा विक्रेताओं पर होगा कोरोना की दूसरी लहर का असर
x
हालांकि यह मार्जिन 2019- 20 के मुकाबले कम रहेगा.’’

कोरोना की दूसरी लहर से भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित होने लगी है. बड़े पैमाने पर दुकानों के बंद होने एवं बिक्री कम होने की वजह से कारोबार में काफी नुकसान हो रहा है. दूसरी इंडस्ट्री की तरह फैशन उद्योग पर भी खतरा मंडराने लगा है. घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा के ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कोविड- 19 संक्रमण के मामलों में तीव्र वृद्धि होने के चलते फैशन उद्योग के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं.

कोरोना के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में लगाया जा रहा लॉकडाउन फैशन कारोबार वाले खुदरा विक्रेताओं के लिए मुसीबत बन सकता है. ऐसे में माना जा रहा है कि अब 2022- 23 तक ही फैशन इंडस्ट्री रिकवर कर पाएगी. रविवार को पेश किए गए इक्रा की रिपोर्ट में यह भी कहा कि फैशन कारोबार उद्योग में 2021- 22 में 23 से 25 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है लेकिन यह वृद्धि कारोबार को कोविड-19 पूर्व की स्थिति में ले जाने के लिये काफी नहीं है.
महामारी की दूसरी लहर शुरू होने से पहले उद्योग में तेजी से सुधार हुआ था और दिसंबर 2020 के आखिरी तिमाही तक बिक्री कारोबार कोविड से पहले की तरह 70 प्रतिशत के स्तर तक पहुंच गया था. मगर महामारी के दोबारा फैलने से संकट गहरा गया है. इक्रा की फैशन रिटेल क्षेत्र की प्रमुख साक्षी सुनेजा का कहना है कि कारोबारियों ने लागत बचाने के लिए कई तरीके आजमाएं हैं. इसके अलावा उन्होंने किराए, वेतन और अन्य खर्चों को भी तर्कसंगत बनाने पर जोर दिया है. उम्मीद की जा रही है कि ये उपाय चालू वित्त वर्ष के दौरान भी जारी रहेंगे. इन तरीकों से उद्योग का मार्जिन चालू वित्त वर्ष में 4.1 प्रतिशत के आसपास रहने की संभावना है, हालांकि यह मार्जिन 2019- 20 के मुकाबले कम रहेगा.''




Next Story