पिछले साल 2021 में सेमीकंडक्टर की वजह से ऑटो इंडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ था, वहीं इसका असर इस साल के शुरूआती महीने में भी देखने को मिला है। हुंडई मोटर्स इंडिया ने अपनी जनवरी सेल्स में 11 फीसदी की गिरावट दर्ज की। Hyundai Motor भारत की तीसरी सबसे बड़ी कार निर्माता है। दिसंबर में दूसरे नंबर की टाटा मोटर्स को खोने के बाद कोरियाई कार निर्माता ने जनवरी में बिक्री के मामले में और पीछे रह गई है। हुंडई ने पिछले महीने कुल 53,427 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की।
पिछले साल की तुलना में 11 फीसदी गिरावट दर्ज
पिछले महीने हुंडई की बिक्री के आंकड़े पिछले साल जनवरी की तुलना में 11 प्रतिशत कम है, जब कार निर्माता ने 60,105 इकाइयां बेची थीं। हालांकि, कोरियाई कार निर्माता ने पिछले साल दिसंबर की तुलना में पिछले महीने बिक्री के आंकड़ों में सुधार किया है, जब कुल बिक्री में 48,933 इकाइयों के साथ 26.6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
घरेलु बिक्री में 15 फीसदी गिरावट
Hyundai Motor ने बताया है कि उनके घरेलू बिक्री में 15 की गिरावट आई है। कंपनी ने पिछले साल जनवरी 2021 में 52,005 यूनिट्स गाड़ियों की बिक्री की थी, जबकि, इस साल पिछले महीने में कुल 44,022 यूनिट्स की बिक्री हुई है। हालांकि, कंपनी की निर्यात बिक्री पहले के मुबाले ज्यादा दुरुस्त दिखी। हुंडई ने कहा कि उसका निर्यात पिछले महीने बढ़कर 9,405 यूनिट हो गया, जो पिछले साल जनवरी में 8,100 यूनिट था।
कंपनी का बयान
हुंडई मोटर इंडिया ने आज जारी एक बयान में कहा कि कंपनी चल रही सेमीकंडक्टर की आपूर्ति में कमी की स्थितियों पर से निगरानी कर रही है और ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
पिछले साल हुंडई मोटर ने 2020 की तुलना में कुल बिक्री में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की थी। कोरियाई कार निर्माता को उम्मीद है कि इस साल भी बिक्री की गति जारी रहेगी और साथ ही सेमीकडंक्टर की कमी से मुक्ती मिल सकती है, जिससे इंडस्ट्री फिर से अपने ट्रैक पर वापस आ जाएगा। आपको बता दें, चिप संकट के बावजूद, हुंडई ने पिछले दो वर्षों में एसयूवी सेगमेंट में अपना नेतृत्व बनाए रखा है।