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कैसे बढ़ेगी किसानों की आय? सोयाबीन के दाम हुए कम

Gulabi
12 Dec 2021 5:28 PM GMT
कैसे बढ़ेगी किसानों की आय? सोयाबीन के दाम हुए कम
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सोयाबीन के दाम हुए कम
केंद्र सरकार की ऑनलाइन मंडी ई-नाम के मुताबिक इस समय महाराष्ट्र के कई मंडियों में सोयाबीन का रेट (Soybean Price in maharashtra) 8000 रुपये प्रति क्विंटल की जगह 6000 रुपये के औसत दाम पर आ गया है. जबकि न्यूनतम दाम एक से पांच हजार रुपये तक ही रह गया है. सिर्फ इतने दाम में किसानों की इनकम डबल कैसे होगी. इससे किसानों में निराशा है. महाराष्ट्र स्टेट एग्रीकल्चर प्राइस कमीशन के मुताबिक वहां प्रति क्विंटल 6234 रुपये तो लागत ही आती है. ऐसे में आठ से 10 हजार रुपये से कम कीमत मिलने पर किसानों (Farmers) को नुकसान हो रहा है. सोयाबीन की कीमतों में गिरावट जारी है.
वाशिम जिले की एक मंडी में 11 दिसंबर को सोयाबीन का न्यूनतम दाम गिरकर 3,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गया है. यहां मॉडल प्राइस 6,200 रुपये था. यहां की सिंदी मार्केट में इसका न्यूनतम दाम 1,020 जबकि मॉडल प्राइस 6,350 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा. इसी तरह नागपुर मंडी में इसका मिनिमम प्राइस 4,400 रुपये जबकि सर्व साधारण भाव 5,850 रुपये प्रति क्विंटल रहा. अमरावती के धामनगांव में सोयाबीन का न्यूनतम रेट 3,450 एवं मॉडल प्राइस 6,375 रुपये रहा.
किसानों पर दोहरी मार
महाराष्ट्र देश का दूसरा सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक प्रदेश है. प्रति हेक्टेयर प्रोडक्शन लेने में महाराष्ट्र मध्य प्रदेश से भी आगे है. इस साल भारी बारिश और बाढ़ से पहले ही किसानों की काफी फसल बर्बाद हो गई है. ऐसे में अगर अब उन्हें सही दाम भी नहीं मिला तो वो आगे कैसे खेती कर पाएंगे. इस साल पहले प्राकृतिक आपदाओं ने किसानों को तबाह किया और अब कम दाम उन्हें परेशान कर रहा है.
आखिर क्या है वजह?
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को इसकी वजह बताया जा रहा है. इसके अलावा मार्केट में आवक तेज होना भी एक फैक्टर हो सकता है. इसकी वजह से सोयाबीन की कीमतों में पिछले 10 दिनों से लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है. साथ ही इस बात को लेकर भी असमंजस बना हुआ है कि सोयाबीन को 6,000 रुपये से ज्यादा क्यों नहीं मिल रहा है. महाराष्ट्र के बुलढ़ाना जिले में आने वाली मलकापुर मंडी में 11 दिसंबर को न्यूनतम दाम 2,500 रुपये जबकि मॉडल प्राइस 5,865 रुपये रहा. ऐसे में किसानों की इनकम में वृद्धि कैसे होगी.
तुअर की आवक शुरू, कितना है दाम
बेमौसम बारिश के कारण तुअर में रोगों का प्रकोप बढ़ रहा है. बढ़ते रोग के कारण किसान कटाई पर जोर देकर नुकसान से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. रोगों से बची हुई तुअर का बाजार में आवक शुरू हो गई है. अकोला मार्केट में 11 दिसंबर को इसका न्यूनतम दाम 4,400 मॉडल प्राइस 6,200 जबकि अधिकतम दाम 6,200 रुपये प्रति क्विंटल रहा. जबकि अमरावती में न्यूनतम रेट 5,812 रुपये तक रहा. यहां शनिवार को 6,000 रुपये तक मॉडल प्राइस जबकि इसका अधिकतम दाम 6,125 रुपये तक रहा.
किसान इसके अच्छे दाम की उम्मीद कर रहे हैं. लातूर की कृषि उपज मंडी समिति में दलहनी फसलों का प्रमुख तौर पर कारोबार होता है. यहां शनिवार को तुअर की दाल 6400 रुपये प्रति क्विंटल, सफेद तुअर 5821 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग दाल 6300 रुपये जबकि चना का भाव 4900 रुपये क्विंटल रहा.
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