मानसून में कपड़े अक्सर गीले हो जाते हैं। ऐसे में नमी की वजह से कपड़ों का सूखना मुश्किल हो जाता है। करीब एक तिहाई शहरी भारतीय आज अपने कपड़े धोने के लिए वॉशिंग मशीन पर निर्भर हैं। ऐसे में गोदरेज अप्लायंसेज के प्रोडक्ट ग्रुप हेड, वॉशिंग मशीन रजिंदर कौल ने बताया कि आखिर मानसून के दौरान कैसे कपड़ों को सुरक्षित रखें। आइए जानते हैं विस्तार से..
सही मात्रा में डिटर्जेंट का प्रयोग करें
इसके लिए वॉशिंग मशीन के साथ दी गई पुस्तिका देख लें ताकि अपने मशीन के लिए सही प्रकार और सही मात्रा में डिटर्जेंट का प्रयोग सुनिश्चित कर सकें। उदाहरण के लिए, फ्रंट लोड मशीन में टॉप लोड डिटर्जेंट का उपयोग न करें! आपको लोड के अनुसार डिटर्जेंट की मात्रा भी जांच लेनी चाहिए। आपको परामर्श है कि न तो बहुत अधिक और न ही बहुत कम मात्रा में डिटर्जेंट का उपयोग करें। आप अपने मशीन मैनुअल से मात्रा संबंधी मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
मशीन को साफ करें
डिटर्जेंट या कठोर जल के कारण कभी-कभी आपके मशीन में पपड़ी पड़ जाती है - इसका धोने की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और विशेष रूप से फ्रंट लोडिंग वाशिंग मशीनों से गंध आने लगती है। एम्पटी लोड या टब क्लीन मोड के जरिए वॉशिंग मशीन में सफाई पाउडर का उपयोग करके डिटर्जेंट के शेष बचे हिस्सों को हटा सकते हैं। यह हर महीने किया जा सकता है। आप वैकल्पिक रूप में थोड़ी मात्रा में सफेद सिरका के साथ गर्म पानी मिलाकर एम्पटी लोड चला सकते हैं। साइकल के बीच में थोड़ा डिटर्जेंट डालें और इसके खत्म होने की प्रतीक्षा करें। एक साफ तौलिये से ड्रम, दरवाजे और गैसकेट को पोंछ लें।
दुर्गंध को दूर करें
कपड़े धोने वाली जगह में और आपके कपड़ों में फफूंदीदार गंध आना आपको कतई अच्छा नहीं लगेगा। याद रखें कि हर धुलाई के बाद वॉशिंग मशीन का ढक्कन खुला छोड़ दें, ताकि यूनिट सूख जाए और इसकी महक ताजा रहे। इसके अलावा, फफूंद न बनने देने के लिए अपने कपड़े धोने के बाद, मशीन के दरवाजे के चारों ओर गैस्केट को अंदर से भी अच्छी तरह से पोंछ लें। अपने कपड़ों की धुलाई के लिए प्लानिंग कर लें। हमेशा वॉशिंग मशीन की पूरी क्षमता का उपयोग करें, लेकिन इसे ओवरलोड न करें। इससे संभावित रूप से कम से कम ऊर्जा की खपत होगी। यदि आपको केवल कुछ ही कपड़े धोने हैं, तो आप मशीन के इको-मोड (चुनिंदा वाशिंग मशीनों में उपलब्ध) का उपयोग कर सकते हैं, जो कम बिजली का उपयोग करता है और पानी बचाता है।