
लोन : अक्सर लोग घर या गाड़ी जैसी बड़ी रकम की चीजों को खरीदने के लिए लोन का सहारा लेते हैं और इसके बदले में उन्हें हर महीने इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट यानी कि EMI का भुगतान करना पड़ता है। पर कई बार इस मासिक किस्त की रकम इतनी ज्यादा हो जाती है कि यह हर महीने लोगों की जेब पर असर डालने लगती है।
EMI का बोझ कहीं आगर जाकर सिरदर्द न बन जाए, इसलिए यह समझना जरूरी है कि आय के हिसाब से कितना EMI हर महीने देना सही होगा ताकि बाकी जरूरतों को भी पूरा किया जा सके। ऐसे में DTI रेशियो कैलकुलेशन का तरीका बहुत मदद कर सकता है। तो चलिए इसके बारे में समझते हैं।
DTI रेशियो आपको बताता कि अगर लोन की मूल वेतन के आधार पर ईएमआई के आंकड़ें क्या होने चाहिए। एक सामान्य नियम के मुताबिक, डेट-टू-इनकम रेशियो 35 से 40% से ज्यादा नहीं होना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति की आमदनी 30,000 रुपये प्रति महीना है तो DTI रेशियो के मुताबिक, उसकी EMI 12,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए और बात को ध्यान में रखकर लोन की रकम और अवधि का चुनाव करना चाहिए।
