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डीजल कारों के जरिए सेल में हुआ जबरदस्त इजाफा, फायदे में रहा Tata और इस कंपनी को हुआ घाटा

Gulabi
28 April 2021 8:53 AM GMT
डीजल कारों के जरिए सेल में हुआ जबरदस्त इजाफा, फायदे में रहा Tata और इस कंपनी को हुआ घाटा
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डीजल कारों के जरिए सेल में हुआ जबरदस्त इजाफा

भारत का सबसे बड़ी कार ब्रांड मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) उन कार निर्माताओं में से एक है, जिन्होंने एक प्रो-पेट्रोल स्ट्राटेजी को चुना है.


मारुति सुजुकी ने कुछ साल पहले घोषणा की थी कि यह केवल पेट्रोल, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक कारों पर फोकस करेगी और बाद में डीजल वेरिएंट को बंद कर देगी. हालांकि ऐसा लगता है कि मारुति सुजुकी द्वारा डीजल मॉडल को बंद करने के फैसले का फायदा होमग्रोन ऑटोमेकर टाटा मोटर्स ने बहुत जल्द ही उठा लिया. जानिए कैसे…

जाहिर है कि इंडियन पैसेंजर व्हीकल के खरीदार वर्तमान में आमतौर पर पेट्रोल कारों में रुचि दिखाते हैं, जबकि इसके पहले उनकी पसंद अलग थी. यहां तक ​​कि कुछ साल पहले भी, पैसेंजर व्हीकल खरीदारों का झुकाव डीजल कारों की ओर था. 2012 के दौरान, डीजल कारों ने कुल पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में 60% का योगदान दिया, जिसके नतीजन ऑटोमोबाइल ब्रांड जैसे मारुति सुजुकी, हुंडई, महिंद्रा, टाटा मोटर्स, होंडा आदि ने डीजल टेक्नोलॉजी में भारी निवेश किया.

अब समय के साथ, ग्राहकों की प्राथमिकताएं बदल गई हैं. डीजल-विरोधी और स्ट्रांग एमिशन स्टैंडर्ड मानदंडों के साथ व्हीकल निर्माता भी डीजल मॉडल के बजाय पेट्रोल कारों को लाने पर फोकस कर रहे हैं. 2020 में, पेट्रोल कारों ने कुल पर्सनल व्हीकल बिक्री का 82% से अधिक का योगदान दिया, जबकि लगभग 16% बिक्री डीजल मॉडल की हुई. बाकी प्रतिशत सीएनजी, इलेक्ट्रिक व्हीकलों आदि ने साझा किया था.

ऐसे में मारुति सुजुकी ने फोकस डीजल कारों से हटा लिया लेकिन टाटा मोटर्स इस एरिया (Tata Diesel Car) में भी जमा रहा और जमकर कमाई की.

कोरोना महामारी में भी ठीक ठाक रही बिक्री
टाटा मोटर्स ने डीजल इंजन मॉडल को कंटीन्यू रखने का फैसला किया. नतीजतन, FY2021 में भी, जब कोरोनावायरस महामारी ने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को तबाह कर दिया था, टाटा मोटर्स ने पर्सनल व्हीकल की बिक्री ठीक-ठाक रही है. नेक्सॉन, टियागो, टिगोर, अल्ट्रोज़, हैरियर और सफारी जैसे नए मॉडलों को लॉन्च करने के अलावा, इन कारों के डीजल वेरिएंट ने भी ऑटोमेकर को बिक्री में सुधार लाने में मदद की.

बिक्री में डीजल गाडियों का बड़ा हिस्सा शामिल
FY2013 में वापस, Tata Motors ने PV बिक्री की 2,22,212 यूनिट्स रजिस्टर कीं, जबकि व्हीकल निर्माता ने पिछले वित्त वर्ष में 2,22,011 यूनिट्स की बिक्री की, जिसमें 16% हिस्सा डीजल मॉडल का था. पिछली बार, इसने वित्त वर्ष 2019 में कोविद महामारी से पहले 2 लाख यूनिट्स की बिक्री का रिकॉर्ड बनाया था.

डीजल वेरिएंट के साथ टाटा मोटर्स द्वारा बेचे गए चार मॉडलों में – अल्ट्रोज़, नेक्सन, हैरियर और सफारी शामिल रहे. पिछले वित्त वर्ष में कुल मिलाकर 143,021 यूनिट्स बिकीं, कुल मात्रा का 28.45% योगदान डीजल मॉडलों द्वारा किया गया.

ऑटो कंपनी ने दावा किया कि उसने मजबूत उपभोक्ता मांग के आधार पर आठ साल का हाइजेस्ट नंबर दर्ज किया है. ऑटोमेकर ने यह भी दावा किया कि कारों की नई रेंज ने कार ब्रांड की बिक्री को हर महीने बेची जाने वाली 20,000 से अधिक यूनिट्स की दर पर लगभग दोगुना कर दिया है. कारों की नई रेंज के अलावा, Tata Motors इस बिक्री प्रदर्शन के लिए डीजल मॉडल को श्रेय भी देती है.
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