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54 पैसे की भारी गिरावट, 5 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा, डॉलर एक साल के उच्चतम स्तर पर

Rani Sahu
6 Oct 2021 3:51 PM GMT
54 पैसे की भारी गिरावट, 5 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा, डॉलर एक साल के उच्चतम स्तर पर
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अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने तथा घरेलू शेयरों में भारी बिकवाली के मद्देनजर निवेशकों के सतर्कता का रुख अख्तियार करने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 54 पैसे की

अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने तथा घरेलू शेयरों में भारी बिकवाली के मद्देनजर निवेशकों के सतर्कता का रुख अख्तियार करने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 54 पैसे की, लगभग छह माह में एक दिन की सबसे गिरावट के साथ 74.98 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.63 पर खुला. कारोबार के दौरान यह 74.54 के उच्च स्तर और 74.99 रुपये के निम्न स्तर के दायरे में रहा और अंत में पिछले दिन के बंद भाव के मुकाबले 54 पैसे की गिरावट के साथ 74.98 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इस वर्ष 23 अप्रैल के बाद का यह सबसे कमजोर बंद स्तर है. इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.41 प्रतिशत बढ़कर 94.36 हो गया. वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड का दाम 0.55 प्रतिशत घटकर 82.11 डॉलर प्रति बैरल रह गया.
डॉलर एक साल के उच्च स्तर पर
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशीमुद्रा एवं सर्राफा विश्लेषक, गौरांग सोमैया ने कहा, ''घरेलू और वैश्विक इक्विटी में कमजोरी तथा डॉलर के एक वर्ष के उच्च स्तर तक मजबूत होने के कारण मुख्य रूप से रुपये में तेज गिरावट आईं. शुक्रवार को जारी होने वाली रिजर्व बैंक की महत्वपूर्ण मौद्रिक समीक्षा से पहले बाजार के कारोबारियों ने सतर्कता का रुख अख्तियार कर लिया.''
दो दिनों की तेजी पर लगा ब्रेक
इधर दो दिनों की तेजी के बाद आज बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ. वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली के बीच बुधवार को सेंसेक्स 555 अंक टूट गया. इससे निवेशकों की 2,57,785.17 करोड़ रुपये की पूंजी डूब गई. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 555.15 अंक या 0.93 प्रतिशत के नुकसान से 59,189.73 अंक पर आ गया. इससे पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स चढ़ा था. दिन में कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 665.02 अंक के नुकसान से 59,079.86 अंक पर आ गया था.
कमजोर वैश्विक रुख का दिखा असर
इससे बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,57,785.17 करोड़ रुपये घटकर 2,62,20,547.05 करोड़ रुपये रह गया. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ''भारतीय बाजार सकारात्मक रुख के साथ खुले लेकिन कमजोर वैश्विक रुख की वजह से बाद में ये नुकसान के साथ बंद हुए.''
RBI मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक शुरू
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''कमजोर वैश्विक रुख की वजह से धातु और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली का सिलसिला चला. इससे बाजार शुरुआती लाभ को गंवाकर नुकसान में बंद हुआ.'' उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से भारतीय बाजार प्रभावित हो रहा है, जबकि मुद्रास्फीति से अमेरिका में बांड प्रतिफल पर असर पड़ा है. इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक भी बुधवार को शुरू हुई. माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगा.


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