देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक को चालू वित्त वर्ष में अपनी ऋण वृद्धि 17-18 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। मूल कंपनी एचडीएफसी का एक जुलाई से एचडीएफसी बैंक में विलय हो गया है। इस विलय के बाद भारतीय स्टेट बैंक के बाद एसडीएफसी बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। पहली तिमाही में बैंक का कुल ऋण या अग्रिम 15.8 प्रतिशत बढ़कर 16.15 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। एचडीएफसी के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) श्रीनिवासन वैद्यनाथन ने हाल ही में विश्लेषकों से बातचीत में कहा, “हमें विश्वास है कि कुल मिलाकर कर्ज की पर्याप्त मांग है।”
उन्होंने कहा कि बैंक कर्ज के मामले में चयनात्मक रुख अपनाएगा। कुछ ऋण में हमारी भागीदारी नहीं रहेगी। ‘अगर कीमत हमारे अनुरूप नहीं है, तो हम उसमें हिस्सा नहीं लेंगे।’’ इस बीच, अब विलय हो चुकी एचडीएफसी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन केकी मिस्त्री सबसे ज्यादा मूल्य वाले स्वतंत्र निदेशक बन गए हैं। उनकी अगुवाई में एचडीएफसी बैंक समेत सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार मूल्यांकन लगभग 27 लाख करोड़ रुपये हो गया है। मिस्त्री एचडीएफसी बैंक के अलावा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी लाइफ, टॉरेंट पावर, फ्लिपकार्ट और अन्य कंपनियों से भी जुड़े हैं।