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हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने उर्वरक कंपनियों के डीलरों को फटकारा
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने उर्वरक कंपनियों के साथ हुई एक बैठक में किसानों (Farmers) से जुड़ा एक अहम मसला उठाया. उन्होंने उपस्थित पांच खाद कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि डीलरों द्वारा किसानों को खाद के साथ फसलों की कुछ दवाइयां खरीदने के लिए कहा जाता है. यह ठीक नहीं है. डीलरों को निर्देश दिया जाए कि किसानों को खाद (Fertilizer) के साथ दवाई की खरीद करने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा. ताकि किसानों का खर्चा भी कम हो और उनको खाद भी मिल जाए.
दलाल ने खाद कंपनियों के प्रतिनिधियों से यह भी कहा कि इस संबंध में सभी खाद डीलरों को लेटर लिखकर बताया जाए कि अगर कोई भी डीलर इन आदेशों की अवहेलना करता है तो उसका लाईसेंस रद्द कर दिया जाएगा. हालांकि, प्रतिनिधियों ने इस पर क्या कहा, यह नहीं बताया गया है.
हर साल होती है खाद की किल्लत
दरअसल, उर्वरक कंपनियों के लाख दावों के बाद भी सच ये है कि हर साल किसानों को खाद किल्लत (fertilizer shortage) का सामना करना पड़ता है. इसका सारा ठीकरा सरकार पर फोड़ा जाता है. इसलिए दलाल ने उर्वरकों के पर्याप्त भंडारण का इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.
दलाल ने कहा है कि सरकार की प्राथमिकता प्रदेश के किसानों को समय पर खाद उपलब्ध करवाना है. पिछले वर्ष की तुलना में इस बार अधिक खाद का भंडारण करने की योजना है ताकि आगामी फसलों के लिए किसानों को समस्या न हो. उन्होंने यह बात कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक के दौरान कही.
उर्वरकों की न आने पाए कमी
दलाल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी गेहूं (Wheat), सरसों (Mustard) और आलू की फसलों को ध्यान में रखते हुए हर आवश्यक वस्तु की व्यवस्था की जाए. प्रदेश में किसी भी प्रकार से खाद की कोई कमी नहीं होनी चाहिए. बैठक में कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ० सुमिता मिश्रा एवं महा निदेशक डॉ० हरदीप सिंह भी मौजूद रहे.
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