नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि पार्टी के संविधान के मुताबिक कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्लूसी) के आधे सदस्यों का चुनाव होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई, सीडब्लूसी में नौजवान नेताओं को जगह दी जानी चाहिए। चिदंबरम ने कहा कि उन्हें पता चला है कि कार्य समिति का चुनाव करने वाले निर्वाचक मंडल के आंकड़े को लेकर कुछ मुद्दे हैं जिनका निदान पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को करना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री का यह भी कहना है कि सही मायने में विश्लेषण से इस नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा कि कांग्रेस को अगले लोकसभा चुनाव में बनने वाली विपक्षी एकता की धुरी बनना होगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस के संविधान के अनुसार, सीडब्ल्यूसी के कुल 25 सदस्यों में से 12 का चुनाव होता है तथा 11 को पार्टी अध्यक्ष नामित करते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल के प्रमुख सीडब्ल्यूसी के स्वत: सदस्य होते हैं। रायपुर में 24 फरवरी से होने वाले कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन के बारे में चिदंबरम ने कहा कि यह 2024 के लोकसभा चुनाव से 14 महीने पहले हो रहा है तथा ऐसे में यह उम्मीद की जाती है कि एआईसीसी जनता को यह विश्वास दिलाने के लिए स्पष्ट संदेश देगी कि वह क्यों इस सदंर्भ में महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रीय स्तर पर सरकार में बदलाव होना चाहिए।उन्होंने कहा, ‘‘हमें लोगों के समक्ष ऐसा दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा जिससे शांतिपूर्ण, समृद्ध और न्यायसंगत देश से जुड़ी जनता की आकांक्षाएं पूरी होती हों। उन्होंने विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस समेत सभी दलों को ‘इस हाथ ले, उस हाथ दे की भावना तथा विनम्रता के साथ इस काम को पूरा करने की दिशा में बढ़ना होगा।