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GDP के बाद GST भी बढ़ा, नवंबर में 25% ज्यादा GST कलेक्शन
jantaserishta.com
1 Dec 2021 8:04 AM GMT
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GST collection November: दिसंबर के महीने के पहले दिन ही आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर आई है. नवंबर में GST कलेक्शन 1,31,526 करोड़ रुपये रहा. सालाना आधार पर नवंबर महीने में GST कलेक्शन में 25 फीसदी का इजाफा हुआ है. इससे पहले चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान जीडीपी में शानदार 8.4 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई.
GST कलेक्शन में इजाफा
दरअसल, देश में GST लागू होने के बाद लगातार दो महीने अक्टूबर के बाद नवंबर में जीएसटी कलेक्शन 1.30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है. अक्टूबर-2021 में जीएसटी कलेक्शन (GST Collection October) 1,30,127 करोड़ रुपये रहा था. जीएसटी के इतिहास में सबसे ज्यादा अप्रैल-2021 में रिकॉर्ड 1.41 लाख करोड़ रुपये जीएसटी कलेक्शन हुआ था.
नवंबर के कुल 1,31,526 करोड़ रुपये GST कलेक्शन में सीजीएसटी 23,978 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 31,127 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 66,815 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 32,165 करोड़ रुपये सहित) और उपकर शामिल है.
लगातार दूसरे महीने 1.30 लाख करोड़ से ज्यादा कलेक्शन
दरअसल, अक्टूबर और नवंबर में फेस्टिव सीजन के दौरान कारोबार में तेजी की वजह से जीएसटी कलेक्शन में इजाफा देखने को मिल रहा है. इससे पहले सितंबर-2021 में जीएसटी कलेक्शन 1.17 लाख करोड़ रुपये रहा था. वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के हिसाब अगस्त में सरकार का जीएसटी संग्रह 1.12 लाख करोड़ रुपये था. जबकि जुलाई 2021 में ये 1.16 लाख करोड़ रुपये था. इससे पहले जून में ये 92,849 करोड़ रुपये ही रहा था.
दरअसल, चालू वित्त वर्ष की शुरुआत में देश कोविड-19 की दूसरी भयानक लहर का सामना कर रहा था. इससे देश की इकोनॉमी पर भी असर पड़ा था, लेकिन अब इकोनॉमी में तेज सुधार के संकेत मिल रहे हैं. नवंबर-2021 लगातार पांचवां महीना है, जब जीएसटी संग्रह 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा.
कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में तेजी से इकोनॉमी में सुधार हो रहा है. साथ ही सरकार ने इकोनॉमी में सुधार के लिए पिछले महीनों कई बड़े फैसले लिए हैं. जिससे आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौट रही हैं.
GDP के मोर्चे पर अच्छी खबर
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने 30 नवंबर को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के GDP नतीजे जारी कर दिए हैं. दूसरी तिमाही में 8.4 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट रही. पिछले साल दूसरी तिमाही में जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट आई थी.
पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की ग्रोथ रेट रिकॉर्ड 20.1 फीसदी रही थी. GDP किसी भी देश की आर्थिक सेहत को मापने का सबसे सटीक पैमाना है. जीडीपी में तेज रिकवरी से इकोनॉमी की गाड़ी पटरी पर लौटने के संकेत मिल रहे हैं.
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