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Sensex की शुक्रवार को कारोबारी हफ्ते के अंतिम दिन शुरुआत अच्छी रही। Sensex कल के 59,919 बंद के मुकाबले 60,248 अंक पर खुला। ख
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Sensex की शुक्रवार को कारोबारी हफ्ते के अंतिम दिन शुरुआत अच्छी रही। Sensex कल के 59,919 बंद के मुकाबले 60,248 अंक पर खुला। खबर लिखे जाने तक यह 300 अंक ऊपर कारोबार कर रहा था। Techm, Sunpharma समेत 22 शेयर हरे निशान के ऊपर थे। PowerGrid ओर Bajaj Auto में गिरावट देखी गई। दूसरी तरफ, Nifty 17,977.60 अंक पर खुला। कल निफ्टी नीचे 17,873.60 पर बंद हुआ था।
इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स और Nifty बैंकिंग, वित्तीय और ढांचागत फर्मों के शेयरों में हुई जोरदार बिकवाली और वैश्विक बाजार में बढ़ती मौद्रिक चिंताओं और विदेशी फंडों की निकासी के बीच लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए थे। इक्विटी बेंचमार्क सेंसेक्स 433.13 अंक यानी 0.72 फीसदी की गिरावट के साथ 59,919.69 पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 143.60 अंक यानी 0.80 फीसदी की गिरावट के साथ 17,873.60 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल 30 में से 24 कंपनियों के शेयर नुकसान में रहे थे। सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में ही नकारात्मक स्तर पर खुला और दिन में 59,656.26 अंक के निचले स्तर तक आ गया था। इस पर आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नकारात्मक प्रदर्शन का असर देखा गया। दूसरी तरफ 50 कंपनियों के प्रदर्शन पर आधारित निफ्टी में 41 कंपनियां कारोबार के अंत में घाटे पर रहीं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने बाजार के इस नकारात्मक प्रदर्शन के लिए वैश्विक मुद्रास्फीति दबाव को जिम्मेदार ठहराया। नायर ने कहा कि अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़े उम्मीद से खराब रहने से घरेलू बाजार में कारोबार पर असर देखा गया। अमेरिका का मुद्रास्फीति आंकड़ा सालाना आधार पर 6.2 फीसदी रहा है जो पिछले 30 वर्षों का उच्च स्तर है। ऐसी स्थिति में विश्लेषक उम्मीद से पहले ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका जता रहे हैं। इस बीच अमेरिकी बॉन्ड का प्रतिफल बढ़ गया।
नायर के मुताबिक बढ़ते मुद्रास्फीति दबावों के साथ ब्याज दर में जल्द बढ़ोतरी की संभावना से घरेलू बाजार सतर्क हो गया है। ऐसे संकेतक विदेशी निवेशकों को भारत जैसे उभरते बाजारों से निकासी तेज करने के लिए उकसाते हैं। सेंसेक्स के शेयरों में एसबीआई में सबसे ज्यादा 2.83 फीसदी की गिरावट रही। आईसीआईसीआई के शेयर 1.09 फीसदी और एचडीएफसी के शेयर 1.31 फीसदी के नुकसान में रहे।
एलकेपी सिक्योरिटीज के अनुसंधान प्रमुख एस रंगनाथन के मुताबिक अमेरिका में मुद्रास्फीति बढ़ने से वैश्विक संकेतों के कमजोर होने से बाजार परेशान रहा। दरअसल इसके पीछे फेड रिजर्व की भूमिका होने का डर दलाल स्ट्रीट पर हावी हो गया। घरेलू स्तर पर अंधिकांश क्षेत्रों के सूचकांक नकारात्मक रहे लेकिन ऐसे कमजोर दिवस पर भी सकारात्मक आय वाली कंपनियां फायदे में रहीं। आत्मनिर्भर भारत विषयवस्तु में कारोबार के बड़े मौकों को देखते हुए रक्षा क्षेत्र से जुड़े शेयरों में निवेशकों का सकारात्मक रुख देखा गया।
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