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विशाल द अशोक 5 सितारा होटल को सरकार निजी ऑपरेटरों को पट्टे पर देने की बनायेगी योजना

Admin4
24 Aug 2021 4:25 PM GMT
विशाल द अशोक 5 सितारा होटल को सरकार निजी ऑपरेटरों को पट्टे पर देने की बनायेगी योजना
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राष्ट्रीय राजधानी के बीचों-बीच फैले विशाल ‘द अशोक’ 5-सितारा होटल को सरकार निजी ऑपरेटरों को पट्टे पर देने की योजना की तैयारी है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- राष्ट्रीय राजधानी के बीचों-बीच फैले विशाल 'द अशोक' 5-सितारा होटल को सरकार निजी ऑपरेटरों को पट्टे पर देने की योजना बना रही है. सरकार ने कम इस्तेमाल में आने वाली अपनी संपत्तियों को मोनेटाइज करने का फैसला लिया है. सरकार की तरफ से इसका लक्ष्य भी तय किया गया है. उसी लक्ष्य में अशोक होटल को भी निजी कंपनी को पट्टे पर देने की तैयारी है.

अशोक और उससे सटे सम्राट होटल सहित आईटीडीसी की 8 प्रॉपर्टी हैं जिन्हें नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन (NMP) में शामिल किया गया है. सरकार ने रेलवे के लिए भी बड़ी योजना बनाई है. वित्त वर्ष 2025 तक चार वर्षों में रेलवे की ब्राउनफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर संपत्तियों का मोनेटाइजेशन कर 1.52 लाख करोड़ रुपये से अधिक हासिल किए गाएंगे. ब्राउनफील्ड संपत्तियों से मतलब ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर से है, जो फिलहाल उपयोग में नहीं हैं और उन्हें विकसित किया जाना है.
आईटीडीसी का काम
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को एनएमपी का ऐलान किया. सीतारमण ने छह लाख करोड़ रुपये की NMP की घोषणा की, जिसके तहत रेलवे, बिजली से लेकर सड़क जैसे अलग-अलग बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में संपत्तियों का मोनेटाइजेशन किया जाएगा. आईटीडी या इंडिया टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन सरकारी कंपनी है जो पर्यटन मंत्रालय के तहत काम करती है. आईटीडीसी देश में होटल का का संचालन करती है. देश के अलग-अलग टूरिस्ट प्लेस पर आईटीडीसी की तरफ से रेस्टोरेंट चलाए जाते हैं. सरकार का यह कॉरपोरेशन होलट के अलावा ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी देता है.
अशोक ग्रुप में कितने होटल
मौजूदा समय में आईटीडीसी के नेटवर्क में अशोक ग्रुप के चार होटल हैं. 4 जॉइंट वेंचर के होलट हैं. सात ट्रांसपोर्ट यूनिट संचालित होती है. ये सभी काम ट्रेवल और टूरिज्म के अंतर्गत संचालित किए जाते हैं. देश के समुद्री पोर्ट पर 14 ड्यूटी प्री शॉप हैं जिसे आईटीडीसी संचालित करती है. इसके साथ ही एक साउंड और लाइट शो और चार कैटरिंग यूनिट हैं. दिल्ली में अशोक होटल के अलावा आईटीडीसी होटल रांची अशोक जो कि रांची में है, उसका भी विनिवेश करेगी. इसके साथ ही ओडिशा के पुरी में होटल निलांचल का भी विनिवेश किया जाएगा.
क्या है सरकार की तैयारी
एनएमपी के तहत दिल्ली के होटल अशोक को सब-लीज पर दिया जाएगा. अशोक के बगल में स्थित होटल सम्राट को निजी हाथों में सौंपा जाएगा और इसके लिए सरकार ऑपरेशन एंड मेंटीनेंस एग्रीमेंट का सहारा लेगी. पुडुचेरी के होटल पौंडीचेरी अशोक जॉइंट लीजिंग के तौर पर मोनेटाइज किया जाएगा. इसी तरह भुवनेश्वर के होटल कलिंग और जम्मू के होटल जम्मू अशोक को कांट्रेक्ट मोडल पर लीज पर दिया जाएगा. आईटीडीसी के आनंदपुर साहिब होटल को निजी कंपनी को दिया जाएगा और इसका मालिकाना हक भी सरकार निजी कंपनी को सौंपेगी.
PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार की तैयारी है कि साल 2022 से 2025 तक आईटीडीसी के सभी 8 होटलों को मोनेटाइज कर दिया जाए. लॉन्ग टर्म लीजिंग, विनिवेश, लॉन्ग टर्म ओएमटी कांट्रेक्ट के बारे में विचार किया जा रहा है जिसे मोनेटाइजेशन के तहत अमली जामा पहनाया जाना है. आईटीडीसी में होटल अशोक ग्रुप फ्लैगशिप होटल चेन का दर्जा रखता है. पिछले 40-50 साल से इस ग्रुप ने अपनी ब्रांड वैल्यू स्थापित की है. इन होटलों में तमाम तरह के सरकारी कार्यक्रम आयोजित होते हैं. सरकारी मंत्रालयों के कार्यक्रम इन्हीं होटलों में आयोजित किए जाते हैं.


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