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सरकार ने उठाया बड़ा कदम, किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूध उत्पादन को देंगे बढ़ावा
Apurva Srivastav
4 March 2021 6:34 PM GMT
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दूध कारोबार को बढ़ावा देकर किसानों की आय (Farmers Income) बढ़ाने के लिए झारखंड सरकार ने बड़ा कदम उठाया है
दूध कारोबार को बढ़ावा देकर किसानों की आय (Farmers Income) बढ़ाने के लिए झारखंड सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. अब सरकार उन पशुपालकों को 1 रुपये प्रति लीटर इंसेंटिव देगी जो राज्य के मिल्क फेडरेशन को दूध बेचते हैं. फेडरेशन पशुपालकों से 31 रुपये से लेकर 56 रुपये तक के रेट पर दूध खरीदता है. अब इस पर एक-एक रुपये सरकार भी देगी. यह रोजाना 1 लाख 2000 लीटर दूध खरीदता है.
इसके अलावा हेमंत सोरेन सरकार ने रांची में मिल्क पाउडर (Milk Powder) और मिल्क प्रोडक्ट बनाने के अलग-अलग प्लांट लगेंगे. ताकि दूध उत्पादकों को राहत दी जा सके. दूध की मांग कम होने पर पाउडर बनाकर बेचा जाएगा. इससे उत्पादकों को लाभ होगा. कोरोना लॉकडाउन के दौरान दूध की मांग कम हो गई थी. डेयरी प्लांट (Dairy Plant ) वाले भी किसानों से दूध नहीं ले रहे थे. इस वजह से झारखंड मिल्क फेडरेशन दूध एकत्र करके लखनऊ भेजता था. क्योंकि झारखंड में दूध से पाउडर बनाने का एक भी प्लांट नहीं है.
झारखंड में कितना है दूध उत्पादन
टीवी-9 डिजिटल से बातचीत में झारखंड मिल्क फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर सुधीर कुमार सिंह कहा, "यह फैसला प्रदेश में गोपालन को आगे बढ़ाएगा. रांची का प्लांट प्रतिदिन लगभग 2 लाख लीटर दूध ड्राई करेगा. सरकार ने जमशेदपुर और गिरडीह में नए डेयरी प्लांट लगाने की भी घोषणा की है. इनकी क्षमता एक-एक लाख लीटर प्रतिदिन होगी. फिलहाल, 2372 गांवों के पशुपालकों से दूध लिया जा रहा है."
इंडियन डेयरी एसोसिएशन इस्टर्न जोन के चेयरमैन सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि 2019-20 में प्रतिदिन 68 लाख लीटर दूध का अनुमानित उत्पादन था. इसे 2020-21 में 73.50 लाख लीटर होने का अनुमान है. जबकि 2021-22 में प्रतिदिन 80 लाख लीटर दूध उत्पादन का टारगेट है.
देश में सालाना 8 लाख करोड़ रुपये है डेयरी सेक्टर का कारोबार. (Photo-NDDB)
भारत में पशुधन और दूध उत्पादन
-देश की कृषि अर्थव्यवस्था में डेयरी सेक्टर का योगदान 28 फीसदी है. सालाना करीब 8 लाख करोड़ रुपयों का कारोबार है.
-भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है. वर्ष 2018 में 176.3 मिलियन टन दूध का उत्पादन हुआ. विश्व के कुल दूध उत्पादन (Milk production) में भारत की हिस्सेदारी लगभग 20 फीसदी है.
-नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के मुताबिक 2018-19 में भारत में प्रति व्यक्ति प्रति दिन दूध की औसत उपलब्धता 394 ग्राम थी. इस मामले में हरियाणा सबसे आगे है जहां प्रति व्यक्ति औसत दूध 1087 ग्राम है.
-20वीं पशुधन गणना के मुताबिक देश में मादा मवेशी (गायों की कुल संख्या) 145.12 मिलियन आंकी गई है. जो पिछली गणना (2012) की तुलना में 18.0 प्रतिशत अधिक है. जबकि कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन है.
-भारत में हर रोज करीब 50 करोड़ लीटर दूध का उत्पादन होता है. इसमें से लगभग 20 फीसदी संगठित और 40 फीसदी असंगठित क्षेत्र खरीदता है. लगभग 40 फीसदी दूध का इस्तेमाल किसान खुद करता है.
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