
नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार को शेयर बेचने में कोई झिझक नहीं है और यह कंपनियों का मूल्यांकन बढ़ाने का सीधा प्रयास है. इससे सरकार को अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने और देश में आर्थिक स्थिति में सुधार करने की अनुमति मिलती है। एसबीआई और ओएनजीसी का …
नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार को शेयर बेचने में कोई झिझक नहीं है और यह कंपनियों का मूल्यांकन बढ़ाने का सीधा प्रयास है. इससे सरकार को अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने और देश में आर्थिक स्थिति में सुधार करने की अनुमति मिलती है।
एसबीआई और ओएनजीसी का शेयर:
आपको बता दें कि सरकार के पास भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में 57.49% हिस्सेदारी और ONGC में 58.89% हिस्सेदारी है। उनका कहना है कि दोनों कंपनियों के शेयर बेचने के मुद्दे पर विचार किया जा सकता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि सरकार कंपनी में अल्पमत हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए तैयार है, जिसका अर्थ है कि वह अपने शेयर पूरी तरह से बेच सकती है।
इस कदम से सरकार को निवेश के लिए अधिक धन प्राप्त हो सकेगा, जिससे विभिन्न प्रणालियों और क्षेत्रों के विकास के लिए राजस्व स्रोत तैयार हो सकेंगे। सरकार का अपनी हिस्सेदारी बेचने का फैसला नए निवेश और आर्थिक विकास के लिए बड़ा संकेत हो सकता है।
