सरकार ने 348 मोबाइल एप पर लगाया बैन, चुरा रहे थे यूजर्स का डाटा
दिल्ली: भारत सरकार ने 348 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने इन ऐप्स पर बैन लगा दिया है। ये ऐप कथित तौर पर यूजर्स के डेटा और निजी जानकारी को कलेक्ट कर अनधिकृत तरीके से देश से बाहर भेज रहे थे। दरअसल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने संसद में यह जानकारी दी है। बता दें कि इससे पहले भी 54 नए चाइनीज ऐप्स को बैन किया गया था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को संसद को सूचित किया कि सरकार ने अब तक उपयोगकर्ताओं के डेटा को कथित रूप से एकत्र करने और इसे देश के बाहर सर्वर पर अनधिकृत रूप से प्रसारित करने के लिए 348 ऐप्स को ब्लॉक कर दिया है। चंद्रशेखर ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा, "गृह मंत्रालय (एमएचए) ने 348 मोबाइल एप्लिकेशन की पहचान की थी जो उपयोगकर्ता की जानकारी एकत्र कर रहे थे और इसे प्रोफाइलिंग के लिए देश के बाहर स्थित सर्वरों को अनधिकृत तरीके से प्रसारित कर रहे थे।
सरकार के अनुरोध पर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन ऐप्स को ब्लॉक कर दिया है। यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69ए के तहत की गई है। मंत्री ने कहा कि इस तरह के डेटा ट्रांसमिशन से देश की संप्रभुता और अखंडता, राज्य की रक्षा और सुरक्षा का हनन होता है। ये मोबाइल ऐप विभिन्न देशों द्वारा विकसित किए गए हैं। ब्लॉक किए जाने वाले ऐप्स में चाइनीज ऐप्स भी शामिल हैं। आपको बता दें कि सरकार समय-समय पर सुरक्षा का उल्लंघन करने वाले ऐप्स पर प्रतिबंध लगाती रही है। साल 2020 में चीनी ऐप्स समेत यूजर्स का डेटा चुराने और सुरक्षा का उल्लंघन करने वाले ऐप्स पर बैन लगाने की शुरुआत की गई थी। भारत में चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध जून 2020 में शुरू हुआ था। 29 जून 2020 को भारत सरकार ने पहला डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। उसके बाद क्रमश: 47, 118 और 43 ऐप्स को बैन किया गया। इस साल भी सरकार ने 300 से ज्यादा ऐप्स पर बैन लगाया है।