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गूगल का नया फॉर्मूला, कर्मचारियों की सैलरी लोकेशन के हिसाब से, समझे कैसे लगेगा बड़ा झटका

jantaserishta.com
11 Aug 2021 5:27 AM GMT
गूगल का नया फॉर्मूला, कर्मचारियों की सैलरी लोकेशन के हिसाब से, समझे कैसे लगेगा बड़ा झटका
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गूगल ने परमानेंट वर्क फ्रॉम होम (wfh) यानी स्थायी रूप से घर से काम करने का विकल्प अपनाने वाले कर्मचारियों की सैलरी में लोकेशन के हिसाब से कटौती कर दी है. इस तरह एक ही दफ्तर में काम करने वाले कंपनी के कर्मचारियों के वेतन में काफी वैरिएशन हो सकता है.

रॉयटर्स के मुताबिक कंपनी ने अलग-अलग दूरी और इलाके में रहने वाले कर्मचारियों के मुताबिक एक पे कैलकुलेटर तय किया है. यह एक ऐसा फैसला है जिसका अनुसरण अमेरिका के आईटी सेक्टर के हब सिलिकॉन वैली की दूसरी कंपनियां भी कर सकती हैं. कुछ कंपनियों ने तो इसे अपनाना शुरू कर दिया है.
लोकेशन आधारित पे मॉडल
फेसबुक और ट्विटर ने भी रिमोट या सस्ते इलाकों में रहने वाले कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की है. इसी तरह Reddit और Zillow जैसी छोटी कंपनियों ने भी लोकेशन आधारित पे मॉडल का चुनाव किया है. Alphabet Inc के गूगल ने कर्मचारियों को एक कैलकुलेटर दिया है जिसके आधार पर वे पता लगा सकते हैं कि उनके वेतन पर कितना असर होगा. इससे दूरदराज के इलाकों में रहने वाले कर्मचारियों की सैलरी में कटौती हो गई है, जो काफी दूर से आते हैं.
गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हमारा वेतन पैकेज हमेशा लोकेशन पर आधारित रहा है और हम उस स्थानीय बाजार के हिसाब से भुगतान करते रहे हैं, जहां कर्मचारी काम करता है. इस तरह अलग-अलग शहर और देश के मुताबिक कर्मचारियों की सैलरी अलग-अलग होती है.'
कितनी हो रही कटौती
उदाहरण के लिए गूगल के सिएटल ऑफिस में काम करने वाले एक कर्मचारी (जो कि पास की काउंटी से आता है) ने नाम न छापने के आग्रह पर बताया कि अगर उसने फुल टाइम वर्क फ्रॉम होम का ऑप्शन लिया तो उसकी सैलरी में 10 फीसदी की कटौती की जा सकती है.
इसी तरह एक घंटे की ट्रेन यात्रा कर स्टैमफोर्ड से न्यूयॉर्क आने वाले कर्मचारी की सैलरी में 15 फीसदी की कटौती की जा सकती है, अगर वो स्थायी रूप से वर्क फ्रॉम होम का विकल्प अपनाता है. कई कर्मचारियों का तो कहना है कि लोकेशन के हिसाब से कुछ कर्मचारियों की सैलरी में 25 फीसदी तक की कटौती की जा सकती है.
कर्मचारी परेशान
कंपनी ने जून में ही यह वर्क लोकेशन टूल लॉन्च किया है. इसकी वजह से अब गूगल के कर्मचारी परमानेंट वर्क फ्रॉम होम विकल्प लेने से बच रहे हैं. कई कर्मचारी दो घंटे की यात्रा कर भी ऑफिस जाने को तैयार हैं. एक कर्मचारी ने कहा,'प्रमोशन में जितनी मेरी सैलरी बढ़ी थी, उतनी तो कट जा रही है. इस बढ़त के लिए मैंने साल भर कठोर मेहनत की थी.'


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