Google ने अपने "रीड अलॉन्ग" एंड्रॉयड ऐप का एक ब्राउजर वर्जन जारी किया है। हांलाकि वेबसाइट अभी भी बीटा में है,लेकिन वह अभी काम कर रहा है। साइट में कुछ अलग-अलग रीडिंग लेवल पर सैकड़ों सचित्र कहानियां शामिल हैं। एक बार जब बच्चे कहानी चुन लेते हैं, तो वे अपने डिवाइस के माइक्रोफोन में कहानी को पढ़ना शुरू कर सकते हैं। शब्दों को पढ़ने के बाद उन्हें नीले रंग में हाइलाइट किया जाता है और गलत उच्चारण वाले शब्दों को लाल रंग में अंडरलाइन किया जाता है। इसके बाद वर्चुअल असिस्टेंट दीया, आपके लिए इसका सही उच्चारण करती है।
ऐसे करता है काम
जब आप बेवसाइट पर जाते हैं तो वर्चुअल असिस्टेंट दीया आपको अपने अनुसार भाषा चुनने का विकल्प देती है। इसके बाद बच्चे कहानियां पढ़ना शुरू कर सकते हैं। हर कहानी के शब्दों को पढ़ने के बाद उन्हें नीले रंग में हाइलाइट किया जाएगा। अगर गलत शब्दों को लाल रंग मे अंडरलाइन किया जाता है। अंडरलाइन शब्दों को सेलेक्ट करने के बाद वर्चुअल असिस्टेंट दीया, आपके लिए इसका सही उच्चारण करती है।
बता दें कि इस बेवसाइट को आप में क्रोम, फ़ायरफ़ॉक्स और एज पर खोल सकते हैं, जबकि सफारी सहित अन्य ब्राउजर्स पर यह जल्द ही आ रहा है। बेवसाइट पर मिलने वाली कहानियां अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, बंगाली, तेलुगु, मराठी, तमिल, स्पेनिश और पुर्तगाली में उपलब्ध हैं।
Google ने रीड अलॉन्ग के संग्रह में नई कहानियां भी जोड़ी हैं, जो इस साल के अंत में वेब और एंड्रॉयड दोनों वर्जन में उपलब्ध होंगी। इनमें बच्चों के वीडियो क्रिएटर्स USP स्टूडियोज और चुचु टीवी के कंटेंट के साथ-साथ शिक्षा कंपनी कुतुकी के अल्फाबेट्स और फॉनिक पुस्तकें शामिल हैं।
2019 में हुआ था लॉन्च
2019 में लॉन्च होने के बाद से रीड अलॉन्ग के एंड्रॉयड ऐप का उपयोग 30 मिलियन से अधिक बच्चों द्वारा किया गया है। बता दें कि डेस्कटॉप पर जाने से न केवल बच्चों को अधिक डिवाइस विकल्प मिलेंगे, बल्कि यह लोगों को बड़ी स्क्रीन पर पढ़ने की भी अनुमति देगा।