Google ने बुधवार को डेवलपर्स के लिए नई Play Store पॉलिसी की घोषणा की, जिसका उद्देश्य परेशान करने वाले विज्ञापनों, अलार्म, VPN और ब्रांडों और अन्य ऐप्स के जुड़े मुद्दों को हल करना है। कंपनी ने कहा कि ये नीतियां अलग-अलग समय-सीमा के दौरान लागू होंगी, इसलिए डेवलपर्स के पास अपने ऐप्स में बदलाव करने के लिए काफी समय है।
यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए हुए बदलाव
कंपनी का मानना है कि इस बदलाव की मदद से कंपनी अपने यूजर्स की सुरक्षा और ऐप के अनुभवों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है।आइये जानते है कि गूगल ने क्या बदलाव किया है और ये नितिया कब तक लागू होंगी।
बेहतर विज्ञापन अनुभव (30 सितंबर, 2022)
जब हम कोई गेम खेलते है तो इन-गेम विज्ञापन से हमें बहुत परेशान करते हैं।
गूगल इस समस्या में सुधार करना चाहता है। यह नीति किसी भी फुल-स्क्रीन विज्ञापनों को प्रतिबंधित करेगी, जो 15 सेकंड के बाद बंद नहीं होते हैं।
बता दें कि ऑप्ट-इन विज्ञापन, जैसे कोई गेम रिवार्ड देने वाले विज्ञापन, इस पॉलिसी में नहीं आते हैं।
कंपनी फ़ुल-स्क्रीन इंटरस्टीशियल विज्ञापनों को प्रतिबंधित कर रही है जो ऐप की लोडिंग स्क्रीन से पहले दिखाई देते हैं।
बता दें कि ये ऐड्स तब आते हैं, जब आप गेम का एक नया लेवल शुरू करते हैं या कभी-कभी गेम के बीच में भी इस ऐड को पेश किया जाता है।
इंपर्सनेशन (अगस्त 31, 2022)
नकल करने वाले ऐप्स को हटाने के लिए, Google अनधिकृत ऐप्स पर नकेल कस रहा है, जो सरकारों, कंपनियों और व्यवसायों के साथ जुड़े होने का दावा करते हैं।
जैसे की ऐप्स राष्ट्रीय चिह्नों और सरकारी संगठनों का उपयोग लोगों को यह समझाने के लिए नहीं कर सकते कि यह एक आधिकारिक ऐप है।
इसी तरह, डेवलपर किसी सरकारी आइकन का उपयोग यह दिखाने के लिए नहीं कर सकते हैं कि वे आधिकारिक तौर पर किसी कंपनी, कलाकार या टीवी शो से जुड़े हुए हैं।
स्वास्थ्य संबंधी गलत सूचना (31 अगस्त, 2022)
इसके साथ ही कंपनी उन ऐप्स पर भी प्रतिबंध लगा रही है जो स्वास्थ्य सलाह देते हैं और यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकती है।
कंपनी ने 1 नवंबर, 2022 से बच्चों द्वारा उपयोग किए जाने वाले ऐप्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए बच्चों और स्टाकरवेयर को टारगेट करने वाले विज्ञापनों के लिए नीतिगत बदलावों की भी घोषणा की।
Google का कहना है कि यदि केवल बच्चों को लक्षित करने वाला कोई ऐप विज्ञापन दिखाता है, तो उसे केवल उन्हीं विज्ञापनों का उपयोग करना चाहिए जिनमें स्वयं- Google Play नीतियों का पालन करता हो।
Google द्वारा 20 जुलाई को ऐप्स के लिए सुरक्षा लेबल घोषित की। अपनी नीति लागू करने के कुछ दिनों बाद नई नीति में बदलाव भी किया गया है।