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खुशखबरी, मोदी सरकार करेगी 10 लाख रुपए तक की मदद, जानें डिटेल

Shiddhant Shriwas
31 July 2021 10:07 AM GMT
खुशखबरी, मोदी सरकार करेगी 10 लाख रुपए तक की मदद, जानें डिटेल
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मुद्रा लोन अमूमन 3-5 सालों के लिए दिया जाता है. वर्तमान में इस स्कीम के तहत अधिकतम 10 लाख रुपए का लोन मिलता है. इस लोन सेगमेंट में बढ़ता NPA परेशानी का सबब बन गया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना काल में सार्वजनिक क्षेत्र के देश के सबसे बड़े बैंक SBI के बैड Mudra loans में भारी उछाल देखा गया है. वित्त वर्ष 2020-21 में इसमें करीब 23 फीसदी का उछाल आया है. पहले जानकारों का कहना था कि कोरोना काल में मुद्रा लोन के NPA होने की संभावना कम है, क्योंकि आरबीआई ने छह महीने के लिए मोराटोरियम की घोषणा की थी. लेकिन इसके NPA में बदलने से परेशानी बढ़ गई है.

बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, छोटे बिजनेसमैन को मिलने वाले मुद्रा लोन में धीरे-धीरे NPA बढ़ रहा है. बैंकों के सामने मजबूरी ये है कि उन्हें यह लोन जारी रखना होगा. इसके कारण उनकी प्रोविजनिंग लगातार बढ़ती जा रही है. वित्त वर्ष 2020-21 में एसबीआई का आउटस्टैंडिंग मुद्रा लोन 26302 करोड़ रुपए का है, जबकि इसमें NPA 6000 करोड़ का है. बैंकर्स का कहना है कि मुद्रा लोन में एनपीए अन्य लोन जैसे एग्रिकल्चर लोन, MSME लोन के मुकाबले काफी ज्यादा है.
शक्तिकांत दास ने बढ़ते NPA को लेकर किया था सतर्क
मुद्रा लोन अमूमन 3-5 सालों के लिए दिया जाता है. वर्तमान में इस स्कीम के तहत अधिकतम 10 लाख रुपए का लोन मिलता है. RBI की तरफ से नियुक्त यूके सिन्हा कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इसकी लिमिट बढ़ाकर 20 लाख कर देनी चाहिए, हालांकि बैंकिंग एक्सपर्ट्स ने इस लोन के बैड लोन में कंवर्ट होने पर चिंता जताई है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी पिछले दिनों बैंकों से कहा था कि वे मुद्रा लोन में बैड लोन को लेकर सतर्क रहें.
तीन तरह का होता है मुद्रा लोन
यह लोन कम से कम 50 हजार रुपए और अधिकतम 10 लाख रुपए का होता है. यह तीन तरह का होता है. Mudra Sishu के तहत 50 हजार रुपए तक का लोन मिलता है. Mudra Kishor के तहत 50 हजार से 5 लाख तक का लोन मिलता है, जबकि Mudra Tarun के तहत 5 लाख से दस लाख तक का लोन मिलता है. एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को मुद्रा शिशु का फायदा मिले. इसमें लोन की राशि भी कम होती है. अगर कोई इस छोटे लोन से दुकान भी शुरू करता है तो एक परिवार का पेट आसानी से भरा जा सकता है.
मुद्रा लोन का मकसद क्या है
इस स्कीम को शुरू करने के कई मकसद हैं. सबसे बड़ा मकसद एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना है जिससे रोजगार में तेजी आए और बेरोजगारी घटे. यह लोन वेंडर्स, ट्रेडर्स और दुकानदारों को दिया जाता है. माइक्रो यूनिट को इक्विपमेंट्स के लिए भी यह लोन मिलता है. कमर्शियल पर्पस से वाहन खरीदने के लिए यह लोन मिलता है. इसके अलावा कृषि से संबंधित काम, जैसे मक्खी पालन, मछली पालन, मुर्गी पालन जैसे कामों के लिए भी यह लोन उठाया जा सकता है. हालांकि कृषि संबंधित कामों और खेती के लिए यह लोन नहीं मिलता है.


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