खुशखबरी: हार्ले डेविडसन के दीवानों के लिए अब हीरो मोटोकॉर्प भारत में बेचेगी इसकी प्रीमियम बाइक्स
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कुछ समय पहले ही प्रीमियम बाइक बनाने वाली कंपनी हार्ले डेविडसन ने भारत को अलविदा कहने की घोषणा की थी, क्योंकि ऑटोमोबाइल सेक्टर की ग्रोथ बहुत धीमी रही और कंपनी को उतना मुनाफा नहीं हुआ, जितना उसने सोचा था। अब हार्ले डेविडसन (Harley-Davidson) और हीरो मोटोकॉर्प (Hero Motocorp) ने एक नई शुरुआत के लिए हाथ मिला लिया (Harley-Davidson and Hero Motocorp Join hands for india market) है। इन दोनों कंपनियों ने आज मंगलवार को इस बात की घोषणा की है कि अब वह भारत में मिलकर बिजनेस करेंगे।
क्या है दोनों कंपनियों का एग्रीमेंट
एग्रीमेंट के तहत अब भारत में हार्ले-डेविडसन की मोटरसाइकिलें हीरो मोटोकॉर्प के जरिए बेची जाएंगी। इसके साथ ही हीरो मोटोकॉर्प हार्ले डेविडसन के पार्ट्स और एसेसरीज भी बेचेगी। इतना ही नहीं, हार्ले डेविडसन की गाड़ियों की सर्विस भी हीरो मोटोकॉर्प ही करेगी। यह सब मुमकिन होगा भारत में हार्ले डेविडसन और हीरो मोटोकॉर्प के डीलर नेटवर्क के जरिए। इस एग्रीमेंट के तहत यह भी तय हुआ है कि हीरो मोटोकॉर्प भारत में हार्ले डेविडसन के ब्रांड नेम से प्रीमियम मोटरसाइकिलें बनाएगी और बेचेगी। दोनों कंपनियों के बीच हुए इस एग्रीमेंट से ना सिर्फ दोनों कंपनियों को फायदा होगा, बल्कि लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा।
हार्ले डेविडसन ने भारत को कह दिया था अलविदा
युवाओं के दिल पर राज करने वाली अमेरिकी मोटरसाइकिल कंपनी हार्ले-डेविडसन (Harley Davidson) ने कुछ समय पहले ही भारत को अलविदा कहते हुए अपना भारतीय कारोबार बंद करने की घोषणा की थी। दरअसल, कंपनी ने पिछले साल ग्लोबल रिस्ट्रक्चरिंग इनिशिएटिव्स (GRI) का ऐलान किया था। इसी के तहत कंपनी उन देशों में कारोबार समेट रही है, जहां कंपनी की बिक्री और मुनाफा कम हो रहा है।
प्रीमियम सेगमेंट का जाना माना नाम
हार्ले डेविडसन की बाइक प्रीमियम सेगमेंट में मशहूर नाम है। हार्ले डेविडसन ने एक दशक पहले भारतीय बाजार में प्रवेश किया था, लेकिन अब तक केवल 27,000 बाइक ही बेच पाई है। इस सेगमेंट में लीडर रॉयल एनफील्ड एक महीने में ही इतनी बाइक बेचती है। हार्ले की कुल ब्रिकी का महज 5 फीसदी हिस्सा ही भारतीय बाजार से आता है। कंपनी ने वर्ष 2009 में ही हरियाणा के बावल में अपना असेंबली प्लांट शुरू किया था।
बीते साल जबरदस्त सुस्ती का शिकार रहा मोटर वाहन उद्योग
करीब एक दशक पहले जब हार्ले डेविडसन मोटर कंपनी इंडिया लिमिटेड भारतीय बाजार में आई थी, तब उन्हें लगता था भारत में उनका कारोबर खूब फलेगा-फूलेगा। लेकिन साल दर साल घटती बिक्री ने इसका दिल चूर-चूर कर दिया। पिछला वित्त वर्ष मोटर वाहन कंपनियों के लिए बेहद खराब रहा था। इस दौरान अप्रैल 19 से फरवरी 20 मोटर वाहनों की बिक्री करीब 16 फीसदी घटी थी। मोटर वाहन बनाने वाली कंपनियों के संगठन सियाम (SIAM) का कहना है कि यह मोटर वाहनों के लिए दशक का सबसे खराब साल रहा है।
पिछले साल कंपनी के उत्पादन, बिक्री और निर्यात सब में कमी
सियाम से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018.19 के दौरान हार्ले डेविडसन मोटर कंपनी इंडिया लिमिटेड (H D Motor company India Limited) ने जहां 6,907 मोटरसाइकिलों का उत्पादन किया था, यह वर्ष 2019-20 में घट कर 4,370 ही रह गया। वर्ष 2018-19 में इसकी बिक्री 2,471 मोटरसाइकिलों की रही थी जो कि 2019-20 में घट कर 2,437 रह गई। कंपनी भारत में मोटरसाइकिल तैयार कर कुछ देशों को निर्यात भी करती थी। पिछले साल निर्यात में भी गिरावट आई है। वर्ष 2018-19 में कंपनी ने कुल 5,220 मोटरसाइकिलों का निर्यात किया था जो कि वर्ष 2019-20 में घट कर 2,147 मोटरसाइकिल रह गया था।