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खुशखबरी: राशनकार्ड धारकों के लिए सरकार की नई घोषणा, अब मिलेंगे 2500 रुपये

Gulabi
21 Dec 2020 8:59 AM GMT
खुशखबरी: राशनकार्ड धारकों के लिए सरकार की नई घोषणा, अब मिलेंगे 2500 रुपये
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राशनकार्ड धारक

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्लीः तमिलनाडु राज्य की सरकार ने अपने राज्य के 2.6 करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को 2500 रुपये कैश देने का फैसला किया है. पोंगल त्योहार के मद्देनजर ये फैसला किया गया है. प्रोत्साहन राशि 4 जनवरी से बांटी जाएगी ताकि सभी लोग फसल उत्सव खुशी से मना सकें.


2500 रुपये के अलावा मिलेगा ये सामान
इस पैकेज के तहत सरकार राशन कार्ड धारकों को एक किलो चावल, चीनी, किशमिश, काजू, इलायची, एक कपड़े का बैग और एक गन्ना भी मुफ्त देगी. तमिलनाडु सरकार ने पिछले साल भी आम जनता को चावल खरीदने के लिए एक हजार रुपये दिए थे और इस साल इसे 1500 रुपये बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया है. बता दें कि पोंगल त्योहार 14 जनवरी को पड़ता है.

2014 में की थी 100 रुपये से शुरुआत
AIADMK सरकार ने 2014 में राज्य के लोगों के लिए 1 किलो चावल और 1 किलो चीनी के साथ 100 रुपये देने की शुरुआत की थी. 2018 में इस राशि को बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया और अब मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने इसे बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दिया है.


विपक्ष ने उठाया घोषणा पर सवाल
विपक्षी नेता एमके स्टालिन ने मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के फैसले पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि 'जब लोग परेशान थे, तब कोई आर्थिक राहत नहीं दी गई थी. लेकिन अब चुनाव नजदीक आते ही मुख्यमंत्री ने 2,500 रुपये देने की घोषणा की है, कम से कम अब वह उन लोगों को 5,000 रुपये दें, जो महामारी के कारण नुकसान का सामना कर रहे हैं और जो मॉनसून की बारिश के कारण भी पीड़ित हैं.' हालांकि, मुख्यमंत्री ने विपक्षी नेता के इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है.

तमिलनाडु में शुरू हुई चुनाव की तैयारी
तमिलनाडु में चुनाव की तैयारी तेज हो चुकी है. गौरतलब है कि तमिलनाडु में 2021 के विधानसभा चुनाव एकदम नई परिस्थितियों में होंगे. राज्य के दोनों प्रभावी दल अन्नाद्रमुक (AIADMK) और द्रमुक (DMK) अपने चमत्कारी नेताओं जयललिता और करुणानिधि के बिना चुनाव में उतरेंगे. द्रमुक को लोकसभा चुनावों में खासी सफलता मिली, लेकिन उसके नेता स्टालिन की असली परीक्षा 2021 में ही होगी. दूसरी तरफ अन्नाद्रमुक सत्ता में होने के बावजूद विभिन्न धड़ों में बंटी होने से कमजोर है. सत्तारूढ़ धड़ा और दिनकरण के नेतृत्व वाला गुट अगर एक साथ आते हैं तो वह मजबूत होकर उभर सकती है.


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