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खेती से अच्छी आमदनी! विकास वर्मा प्रोसेसिंग से मशरूम में कर रहे 10 गुना अधिक कमाई और दे रहे रोजगार

Gulabi
18 Dec 2021 12:23 PM GMT
खेती से अच्छी आमदनी! विकास वर्मा प्रोसेसिंग से मशरूम में कर रहे 10 गुना अधिक कमाई और दे रहे रोजगार
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मशरूम में कर रहे 10 गुना अधिक कमाई और दे रहे रोजगार
खेती से भी अच्छी आमदनी हो सकती है. बस आपके अंदर कुछ करने की ललक और जहन में एक नया विचार होना चाहिए. युवा खेती के क्षेत्र में इन्हीं विशेषताओं के साथ आ रहे हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं. खेती के जरिए ही हिसार के विकास वर्मा आज एक सफल उद्यमी के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं.
युवा विकास वर्मा ने खेती से बेहतर आमदनी के लिए मशरूम की खेती शुरू की. 6 साल पहले उन्होंने इस का को शुरू किया, लेकिन समस्या कीमतों को लेकर थी. विकास अपने मशरूम को 100 रुपए किलो से अधिक भाव पर नहीं बेच पा रहे थे. समस्या उस समय ज्यादा हो जाती थी, जब उत्पादन अधिक हो गया. ऐसी परिस्थिति में उन्हें 60 रुपए किलो पर ही बेचना पड़ता था.
बिस्कुट, बड़ी, पापड़ और अचार बनाते हैं विकास
मशरूम को ज्यादा समय (48 घंटे से अधिक) तक आप रख नहीं सकते, इसलिए वे उत्पादों को बेच दिया करते थे. इसी बीच उनके दिमाम में मशरूम के प्रसंस्करण का खयाल आया. वे इस काम को अंजाम देना चाहते थे, लेकिन उन्हें इस बारे में विशेष जानकारी नहीं थी. मशरूम प्रसंस्करण के गुण सीखने के लिए वे चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय पहुंच गए.
विश्वविद्यालय में स्थित एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर ने विकास को मशरूम के बिस्कुट, बड़ी, पापड़, अचार और दूसरे उत्पाद बनाने का हुनर सिखाया. यहां पर विकास को ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग के गुण भी सीखाए गए.
प्रसंस्करण के बाद 10 गुना अधिक तक हो रही कमाई
डीडी किसान से बातचीत करते हुए विकास वर्मा बताते हैं कि विश्वविद्यालय से मदद मिलने के बाद मशरूम की खेती से 10 गुना अधिक लाभ हो रहा है. प्रसंस्करण के बाद हम अपने मशरूम उत्पादों की लाइफ बढ़ा सकते हैं और कई दिनों तक स्टोर कर रख सकते हैं. वे बताते हैं कि मशरूम के अलग-अलग उत्पादों की काफी मांग है, जिसका लाभ खेती करने वाले किसानों को मिल रहा है.
दरअसल, विकास 3 तरह के मशरूम उगाते हैं और साल भर उत्पादन लेते हैं. अभी बटन मशरूम का समय है, जो मार्च तक रहेगा. उसके बाद ओएस्टर और मिल्की मशरूम की खेती का समय आएगा. इन्क्यूबेशन सेंटर से मिली मदद के बाद विकास वर्मा ने स्टार्टअप शुरू कर दिया है और अपने उत्पादों की डिजिटल मार्केटिंग भी कर रहे हैं. विकास आज मशरूम की खेती से सिर्फ अपनी कमाई नहीं बढ़ा रहे हैं बल्कि तमाम महिलाओं को रोजगार भी दे रहे हैं.
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