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अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण ज्वैलरी शोरूमों पर ताला लटक रहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कोरोना के चलते चंडीगढ़ में लॉकडाउन लगा है। दुकानें बंद हैं। ऐसे में इस बार अक्षय तृतीया पर किसी ने सोना नहीं खरीदा। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण ज्वैलरी शोरूमों पर ताला लटक रहा है।
सराफा कारोबारियों का कहना है कि अक्षय तृतीया और ईद पर अच्छे कारोबार की उम्मीद थी, लेकिन इस बार सारा कामकाज चौपट हो गया। सराफा कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। 2019 में लगभग सौ करोड़ का कारोबार हुआ था। 2020 में लॉकडाउन के चलते पांच करोड़ का ही कारोबार हुआ था, लेकिन इस बार तो यह जीरो रहा।
शुक्रवार को देशभर में अक्षय तृतीया और ईद का त्योहार मनाया गया। लेकिन चंडीगढ़ के ज्वैलरी व्यापारियों में मायूसी रही। अक्षय तृतीया के दिन देश में सोने एवं सोने से बने आभूषणों की सबसे ज्यादा बिक्री होती है। ईद और अक्षय तृतीया एक दिन आए तो सराफा कारोबारियों को बाजार से काफी उम्मीद थी, लेकिन सब धरा ही रह गया।
चंडीगढ़ सराफा एसोसिएशन के डायरेक्टर सूरज चौहान ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन ही ईद का त्योहार पड़ने से व्यापारियों को ज्यादा नुकसान हुआ है। पिछले वर्ष भी लॉकडाउन के कारण अक्षय तृतीया के दिन ज्वैलरी कारोबारी कोई व्यापार नहीं कर पाए थे। इस साल भी लॉकडाउन के चलते चंडीगढ़ में दुकानें बंद हैं।
2019 में चंडीगढ़ में अक्षय तृतीया पर लगभग 100 करोड़ के सोने की बिक्री की गई थी। 2020 में अक्षय तृतीया पर मई में लॉकडाउन में सोने की बिक्री शगुन के रूप में केवल पांच प्रतिशत यानी लगभग 5 करोड़ के आसपास हुई थी। लगातार दो साल से लॉकडाउन में अक्षय तृतीया का त्योहार आने से चंडीगढ़ में ज्वैलरी व्यापारियों की कमर ही टूट गई है।
Triveni
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