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बुधवार को सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बुधवार को सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है। पिछले सत्र में 48,887 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ सोना आज 200 रुपये की तेजी के साथ 49,067 रुपये (Gold price today) के स्तर पर खुला। सुबह 10 पर यह 114 रुपये की तेजी के साथ 48,981 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। अगस्त डिलीवरी वाला सोना भी 117 रुपये की तेजी के साथ 49,437 रुपये पर था। सोने का साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिल रही है। जुलाई डिलीवरी वाली चांदी 369 रुपये की तेजी के साथ 72,509 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी
दो महीने में 5000 रुपये की तेजी
सोने की कीमत में दो महीने से भी कम समय में 5000 रुपये की तेजी आई है। मार्च में यह साल के सबसे न्यूनतम स्तर 44,000 रुपये पर आ गया था। हालांकि अब भी यह पिछले साल के उच्चतम स्तर से करीब 7,000 रुपये कम है। पिछले साल अगस्त में सोने की कीमत 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई थी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमत 1900 डॉलर के स्तर को पार कर गई है। डॉलर के कमजोर होने से दूसरे करेंसी होल्डर्स के लिए सोना सस्ता हो गया है। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट से भी सोने की कीमत को सपोर्ट मिला है।
बढ़ेगी सोने की कीमत
मोतीलाल ओसवाल के एनालिस्ट्स का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों, लिक्विडिटी उपायों के जारी रहने, महंगाई बढ़ने की आशंका, कर्ज के दम पर इकनॉमिक ग्रोथ, मध्यपूर्व में तनाव, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर तथा कई दूसरी वजहों से सोने के प्रति लगातार सकात्मक धारणा बनी है और इससे सोने की कीमतों में आगे तेजी आने की पूरी संभावना है। यही वजह है कि एनालिस्ट्स और फंड मैनेजर्स सोने में तेजी को लेकर उम्मीद लगाए बैठे हैं।
सोने मे निवेश बढ़ाने की सलाह
CapitalVia Global Research में Lead-Commodities and Currency क्षितिज पुरोहित ने कहा कि आने वाले दिनों में सोना 51,700 रुपये के स्तर पर पहुंच सकता है। सोने की कीमतों में तेजी की संभावना को देखते हुए फंड मैनेजर्स निवेशकों से अपने पोर्टफोलियो में सोने का हिस्सा बढ़ाने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में सोने का हिस्सा बढ़ाकर 10 से 15 फीसदी कर देना चाहिए।
कहां तक पहुंचेगा सोना
मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट सर्विसेज के एनालिस्ट्स के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना मीडियम टर्म में 2050 डॉलर प्रति ओंस और लॉन्ग टर्म में 2,200 डॉलर तक पहुंच सकता है। घरेलू बाजार में शॉर्ट टर्म में सोना 50 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। 12 से 15 महीने में इसकी कीमत 56,500 रुपये या इससे अधिक पहुंच सकती है। यानी एक साल में यह ऑल टाइम हाई पर पहुंच सकता है।
पहली तिमाही में सोने की मांग मे तेजी
भारत में सोने की मांग जनवरी- मार्च 2021 तिमाही के दौरान इससे पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 37 प्रतिशत बढ़कर 140 टन पर पहुंच गई। इस दौरान कोविड-19 से जुड़ी सख्ती में राहत मिलने, सोने के दाम नरम पड़ने और दबी मांग निकलने से इस दौरान मांग में तेजी रही। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने यह कहा है। डब्ल्यूजीसी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 की पहली तिमाही में कुल मिलाकर सोने की मांग 102 टन रही थी। मूल्य के लिहाज से सोने की मांग पहली तिमाही में 57 प्रतिशत बढ़कर 58,800 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में 37,580 करोड़ रुपये रही थी।
स्वर्णाभूषणों की कुल मांग 39 प्रतिशत बढ़ी
जनवरी- मार्च 2020 के दौरान स्वर्णाभूषणों की कुल मांग 39 प्रतिशत बढ़कर 102.5 टन पर पहुंच गई। एक साल पहले यह 73.9 टन रही थी। मूल्य की यदि बात की जाए तो आभूषणों की मांग 58 प्रतिशत बढ़कर 43,100 करोड़ रुपये पर पहुंच गई जो कि इससे पिछले साल 27,230 करोड़ रुपये पर थी। इस दौरान सोने में निवेश मांग 34 प्रतिशत बढ़कर 37.5 टन हो गई जो कि इससे पिछले साल 28.1 टन थी। वहीं मूल्य के लिहाज से यदि बात की जाए तो एक साल पहले के मुकाबले यह 53 प्रतिशत बढ़कर 15,780 करोड़ रुपये पर पहुंच गई जो कि पिछले साल 10,350 करोड़ रुपये रही थी।
2020 में 56000 के पार चला गया था सोना
2020 में सोने के दाम में तगड़ी तेजी आई थी, जिसकी वजह कोरोना वायरस रहा। महामारी की वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे, इस कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का हाजिर भाव अगस्त 2020 में 56000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया था। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है। कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है। पिछले साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली।
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