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Gold Price Today: सस्ता हुआ सोना और चांदी दाम, जानिए क्या है आज का भाव, फटाफट चेक करें नए रेट्स

Rani Sahu
9 Sep 2021 2:01 PM GMT
Gold Price Today: सस्ता हुआ सोना और चांदी दाम, जानिए क्या है आज का भाव, फटाफट चेक करें नए रेट्स
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें गिरने से घरेलू बाजार में सोना खरीदना और सस्ता हो गया है

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें गिरने से घरेलू बाजार में सोना खरीदना और सस्ता हो गया है. गुरुवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव 196 रुपये प्रति दस ग्राम तक लुढ़क गए. वहीं, इस दौरान चांदी की कीमतों में भारी गिरावट आई है. एक किलोग्राम चांदी का भाव लुढ़कर 63 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के नीचे चला गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी डॉलर में आ रही तेजी की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के दाम गिर रहे है. अगले कुछ हफ्तों तक इसकी गिरावट थमने के आसार नहीं है. ऐसे में घरेलू बाजार में सोने की कीमतें लुढ़कर 43 रुपये प्रति दस ग्राम तक आ सकती है.

सोने की नई कीमतें (Gold Price, 9 September 2021)

दिल्ली के सर्राफा बाजार में गुरुवार को 99.9 फीसदी वाले सोने के दाम 196 रुपये गिरकर 45,952 रुपये पर आ गए. इससे पहले बुधवार कीमतें 46,148 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई थी.
वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दामों में तेज गिरावट देखने को मिली है. बाजार में दाम गिरकर 1,800 डॉलर प्रति औंस के नीचे आ गए है. कारोबा के अंत में सोना 1793 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ.
चांदी की नई कीमतें (Silver Price, 9 September 2021)
सोने की तरह चांदी में भी भारी गिरावट आई है. गुरुवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी के भाव 830 रुपये प्रति किलोग्राम गिर गए. चांदी की कीमतें 63,545 रुपये प्रति किलोग्राम से गिरकर 62,715 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी के दाम 24.05 डॉलर प्रति औंस पर आ गए है.
क्यों सस्ता हुआ सोना (Why gold price down sharply)
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसीडेंट (कमोडिटी रिसर्च) नवनीत दमानी का कहना है कि विदेशी बाजारों में सोने की कीमतें लगातार गिर रही है. इनका 1800 डॉलर प्रति औंस के नीचे रहना सेंटीमेंट को कमजोर करता है. उनका कहना है कि अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से आए बयानों का असर अमेरिकी डॉलर पर पड़ रहा है. इसी का असर सोने और चांदी पर है.
ऐसे करें खरीदारी नहीं रहेगा चोरी होने का डर!
एक्सपर्ट्स बताते हैं सोने में निवेश का एक विकल्प गोल्ड म्यूचुअल फंड भी है. ये ऐसी योजनाएं हैं जो मुख्य रूप से गोल्ड ETF में निवेश करती हैं.
गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे भौतिक सोने में निवेश नहीं करते हैं, लेकिन उसी स्थिति को अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं. गोल्ड म्यूचुअल फंड ओपन-एंडेड निवेश प्रोडक्ट है जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में निवेश करते हैं और उनका नेट एसेट वैल्यू (NAV) ETFs के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है.
आप मासिक SIP के माध्यम से 1,000 रुपए से कम के साथ गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं. इसके निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है.आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के माध्यम से इसमें निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.
गोल्ड म्युचुअल फंड में 3 साल से अधिक के निवेश को लॉन्ग-टर्म माना जाता है और इसके लाभ को लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) कहा जाता है.
सोने पर LTCG पर इंडेक्सेशन बेनिफिट (प्लस सरचार्ज, अगर कोई हो और सेस) के साथ 20% की दर से कर लगाया जाता है, जबकि शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) पर निवेशक को लागू स्लैब दर के अनुसार टैक्स देना होता है.
गोल्ड म्यूचुअल फंड में एग्जिट लोड हो सकता है जो आम तौर पर 1 साल तक होता है. म्यूचुअल फंड हाउस एग्जिट लोड तब लगाते हैं जब आप एक निश्चित अवधि से पहले ही अपने निवेश का मुनाफा वसूलना चाहते हैं.
एग्जिट लोड निवेशकों को बाहर जाने से रोकने के लिए लगाया जाता है. अलग-अलग म्यूचुअल फंड का एग्जिट लोड लगाने का समय भिन्न होता है. एग्जिट लोड आपकी NAV का छोटा सा हिस्सा होता है, तो आपके बाहर जाने पर काटा जाता है.


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